Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jun, 2018 10:17 AM
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जीरकपुर के गोदाम में छापेमारी कर पांच लाख की दवाइयां बरामद की।
जीरकपुर (गुरप्रीत): स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जीरकपुर के गोदाम में छापेमारी कर पांच लाख की दवाइयां बरामद की। इन्हें बगैर लाइसैंस के बनाया जा रहा था। टीम ने दवाइयों को जब्त कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। इस संबंध में जिला ड्रग कंट्रोलर अफसर अमित लखनपाल ने बताया कि उक्त गोदाम में दवाइयां बनाने के धंधे के बारे में गुप्त सूचना मिली थी।
इसके बाद खाद्य एवं दवा नियंत्रण विभाग के संयुक्त कमिश्नर प्रदीप कुमार मट्टू के निर्देश अनुसार ड्रग कंट्रोल अफसर शहीद भगत सिंह नगर तेजिंदर सिंह ने टीम को लेकर इस जगह पर छापेमारी की और वहां से 5 लाख रुपए की दवाइयां जब्त की।
दवा बनाने का लाइसैंस नहीं मिला
इन दवाइयों की मार्कीटिंग का काम फरीदाबाद निवासी रोहित कुमार करता था। उमेश ट्रांसपोर्ट द्वारा विभिन्न स्थानों पर भेजा जाता था। वाटवे हैल्थकेयर नामक कंपनी के नाम पर खाद्य पदार्थ बनाने का लाइसैंस जारी किया गया है और दवा बनाने का कोई भी लाइसैंस जारी नहीं हुआ है। वाटवे हैल्थकेयर कम्पनी के मालिक उपेंद्र शर्मा भी मौके पर थे।
ये दवाएं जब्त कीं
विभाग की टीम ने अजीथ्रोमाइसिन प्लस लैक्टिक एसिड बैसिलस की 12,000 गोलियां और ऑफलोकससिन प्लस सेफिकसिम की 12,000 गोलियां जब्त की, जो अवैध रूप में किसी उत्तराखंड की कंपनी के नाम पर बनाई गई थी। उन्होंने दोनों दवाइयों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं। खाद्य पदार्थों के नाम पर बनाई जा रही चार तरह की अन्य दवाइयां जिनमें डियासरिन, प्रेगबालिन, डी.एच.ए. व फेरॉस अस्कोर्बट के सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं।