Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jul, 2018 02:20 PM
आर्थिक तंगी से जूझ रहे नगर निगम को प्रशासन ने बड़ी राहत दी है।
चंडीगढ़ (राय): आर्थिक तंगी से जूझ रहे नगर निगम को प्रशासन ने बड़ी राहत दी है। निगम को 66 करोड़ रुपए की ग्रांट जारी कर दी गई है। 18 जुलाई को मेयर देवेश मोदगिल और पार्षदों के प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर से मुलाकात कर उन्हें नगर निगम को आर्थिक तंगी से निकालने के संबंध में ज्ञापन सौंपा था। प्रशासक ने प्रतिनिधिमंडल से कहा था कि दो-तीन दिन के भीतर वह इस संबंध में जरूर कुछ करेंगे।
इसके बाद ही प्रशासन के फाइनैंस डिपार्टमैंट की तरफ से निगम को 66 करोड़ की ग्रांट जारी की है। निगम ने प्रशासक से 150 करोड़ मांगे थे लेकिन प्रशासक द्वारा सिर्फ 66 करोड़ ही निगम को दिए गए हैं। प्रशासक ने यू.टी. के वित्त सचिव के माध्यम से नगर निगम चंडीगढ़ को खुद अपना राजस्व जुटाने की बात भी कही है।
मांगे गए नए विभागों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं
आर.एल.ए., एक्साइज, इलैक्ट्रिसिटी जैसे विभाग भी मेयर और पार्षदों द्वारा प्रशासक से 18 जुलाई की बैठक के दौरान मांगे गए थे। प्रशासक से स्टाम्प ड्यूटी के संबंधित विभागों को निगम को सौंप देना के संबंध में बात हुई थी।
इस पर फिलहाल प्रशासन की तरफ को निगम को कोई भी प्रतिक्रिया नहीं मिली है। बीते कुछ वर्षों से निगम की वित्तीय हालात काफी खस्ता चल रही है। 41 करोड़ रुपए नगर निगम के प्रत्येक माह खर्चे हैं जोकि सालाना 492 करोड़ रुपए बैठते हैं।