इलाज के लिए जेल से लाया गया आरोपी पुलिसकर्मियों को धक्का दे हुआ फरार

Edited By Priyanka rana,Updated: 26 Dec, 2019 09:48 AM

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चंडीगढ़ के सैक्टर-32 स्थित गवर्नमैंट मैडीकल कालेज एवं अस्पताल (जी.एम.सी.एच.-32) में इलाज के लिए अंबाला जेल से लाया गया एक आरोपी दो पुलिस मुलाजिमों को धक्का देकर फरार हो गया।

पंचकूला(मुकेश) : चंडीगढ़ के सैक्टर-32 स्थित गवर्नमैंट मैडीकल कालेज एवं अस्पताल (जी.एम.सी.एच.-32) में इलाज के लिए अंबाला जेल से लाया गया एक आरोपी दो पुलिस मुलाजिमों को धक्का देकर फरार हो गया। हालांकि पंचकूला पुलिस लाइन से गए मुलाजिमों ने इस संबंध में चंडीगढ़ पुलिस को कोई लिखित शिकायत नहीं दी। क्योंकि पुलिस मुलाजिम मामले को दबाने के चक्कर में हैं। 

बता दें कि पिंजौर के इस्लामनगर का रहने वाला अजय कुमार अंबाला जेल में विचाराधीन कैदी था और उसे इलाज के लिए जी.एम.सी.एच.-32 लाया गया था। उस पर अपनी भाभी खुशी (30) की हत्या का आरोप है। पिंजौर थाने में उसके खिलाफ पहले मारपीट की एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी, लेकिन पी.जी.आई. में इलाज के दौरान खुशी की मौत हो जाने के बाद पुलिस ने हत्या की धारा  भी जोड़ दी थी।

गेट पर लंगर की भीड़ का उठाया फायदा :
सूत्रों के अनुसार पंचकूला पुलिस लाइन से ए.एस.आई. जगदीश और आई.आर.बी. के एक जवान की ड्यूटी लगाई गई थी कि अंबाला जेल से विचाराधीन कैदी अजय को जी.एम.सी.एच.-32 ले जाना है। वहां चैकअप के बाद जैसे ही पुलिस मुलाजिम हत्या आरोपी अजय को लेकर गेट पर पहुंचे तो वहां पर लंगर लगा हुआ था। भीड़ का फायदा उठाकर अजय ने दोनों पुलिस मुलाजिमों को धक्का मारा और फरार हो गया।

पुलिसकर्मियों को भी केस दर्ज होने का डर :
इस पूरे मामले में चौंकाने वाली बात यह है कि पंचकूला पुलिस लाइन से जो दो पुलिस मुलाजिम अजय कुमार को लेकर गए थे, उन दोनों में से किसी ने भी जी.एम.सी.एच.-32 में बनी पुलिस चौकी और सैक्टर-34 थाने में कैदी के पुलिस हिरासत से भागने के संबंध में कोई लिखित शिकायत नहीं दी। 

क्योंकि अगर वह लिखित शिकायत देते तो फरार कैदी के खिलाफ केस दर्ज होता ही, साथ ही पुलिस मुलाजिमों के खिलाफ भी लापरवाही बरतने की धाराओं के तहत चंडीगढ़ पुलिस एफ.आई.आर. दर्ज कर लेती। उससे बचने के लिए पूरे मामले को दबा दिया गया।

मां के साथ मिलकर भाभी की हत्या की थी :
पुलिस द्वारा पिंजौर थाने में रामलाल की शिकायत पर दर्ज की गई एफ.आई.आर. के अनुसार उसकी मां शकुंतला और छोटा भाई अजय कुमार अक्सर उसकी पत्नी खुशी से मारपीट करते थे। 

वह किसी काम से घर से बाहर था, इसी दौरान अजय की अपनी भाभी खुशी से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इसके बाद अजय ने अपनी मां शकुंतला के साथ मिलकर भाभी के सिर पर डंडों से एक के बाद एक कई वार किए थे। इस घटना के बाद पी.जी.आई. में उसने दम तोड़ दिया था। 

तो जिम्मेदार कौन?  
सवाल यह उठता है कि पंचकूला पुलिस तो अपने कारनामे को दबा रही है, लेकिन अगर इस दौरान हत्या के आरोपी अजय ने किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया तो उसका जिम्मेदार कौन होगा?

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