Edited By Priyanka rana,Updated: 17 Nov, 2019 02:00 PM
डिलीवरी ब्वॉय से 10 हजार रुपए लूटने वाले गिरोह के सरगना योद्धा सिंह जोधा, उसके साथी लवप्रीत और अमरीक सिंह पर पुलिस लूट का केस साबित नहीं कर सकी।
चंडीगढ़(सुशील) : डिलीवरी ब्वॉय से 10 हजार रुपए लूटने वाले गिरोह के सरगना योद्धा सिंह जोधा, उसके साथी लवप्रीत और अमरीक सिंह पर पुलिस लूट का केस साबित नहीं कर सकी। पुलिस और शिकायतकर्ता के बयानों में मतभेद होने के चलते अदालत ने उक्त तीनों को बरी कर दिया। शिकायतकर्ता ने कोर्ट में बताया था कि जिस समय पुलिस ने उक्त लोगों को पकड़ा कर उनसे रिकवरी की थी, वह उस समय उनके साथ नहीं था।
वहीं, पुलिस ने अपने बयानों में कहा कि रिकवरी शिकायतकर्ता के सामने की गई थी। शिकायतकर्ता ने कहा था कि उसका मोबाइल कहीं पर गिर गया था लेकिन पुलिस ने उसके मोबाइल की बरामदगी उनके पास से होने की बात कही थी। पुलिस ने झूठी रिकवरी दिखाई थी। पुलिस ने कहा कि उन्होंने मौके पर ही एफ.आई.आर. दर्ज की थी। वहीं शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने दो से तीन दिन बाद पुलिस को शिकायत दी थी। शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि पुलिस ने खाली पेज पर उसके हस्ताक्षर लिए थे।
जोधा गैंग ने डिलीवरी ब्वॉय से लूटे थे 10 हजार रुपए :
मामला 5 जनवरी, 2018 का है। शिकायतकर्ता रघवेंद्र ने सैक्टर-11 थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि रात करीब साढ़े 12 बजे वह मोहाली सैक्टर-67 में खाना डिलीवरी कर घर वापस आ रहा था। जब वह चंडीगढ़ सैक्टर-14/15 की डिवाइडिंग रोड पर पहुंचा तो वहां एक सफेद गाड़ी आई और उसके सामने आकर रुक गई। गाड़ी से उतरे युवक ने उसे गाड़ी में जबरदस्ती बैठा लिया और उसके जेब से करीब 10 हजार रुपए निकाल लिए।
इसके साथ ही मोबाइल और ए.टी.एम. ले लिया लेकिन कुछ समय बाद मोबाइल, ए.टी.एम. वापस कर दिया और सैक्टर-2/3 की डिवाइडिंग रोड पर उसे गाड़ी से उतार दिया। इसके साथ ही उसे बंदूक दिखाकर कहा कि अगर पीछे मुड़कर देखा तो गोली मार देंगे। इसके बाद उसका फोन कहीं पर गिर गया। उसने बताया कि गाड़ी में तीन लड़के थे, जिन्हें वह पहचान सकता है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया था।