Edited By bhavita joshi,Updated: 20 Feb, 2019 12:08 PM
शहर में पानी और बिजली के बिल सहित विभिन्न पेमैंटों का निपटान करने के लिए प्रशासन भारत बिल पेमैंट सिस्टम (बी.बी.पी.एस.) विकसित करने जा रहा है।
चंडीगढ़(साजन): शहर में पानी और बिजली के बिल सहित विभिन्न पेमैंटों का निपटान करने के लिए प्रशासन भारत बिल पेमैंट सिस्टम (बी.बी.पी.एस.) विकसित करने जा रहा है। इसे यू.टी. के आई.टी. डिपार्टमैंट ने डिवैल्प करने का काम पूरा कर लिया है। बी.बी.पी. सिस्टम फ रवरी से काम करना शुरू कर देगा। इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
आई.टी. डिपार्टमैंट के डायरैक्टर अर्जुन शर्मा ने बताया कि नए पेमैंट सिस्टम के तहत कंज्यूमर कभी भी किसी भी सर्विस के लिए कहीं भी पेमैंट कर सकेगा। बिल पेमैंट की नई व्यवस्था लागू हो जाने पर कंज्यूमर को बिजली बिल, टैलीफ ोन बिल, मोबाइल बिल, स्कूल फ ीस आदि आसानी से जमा करवा सकेंगे। उपभोक्ताओं को सभी प्रकार के यूटीलिटी बिल का पेमैंट सिंगल प्वाइंट पर करने की सुविधा होगी। इसके जरिए वह ऑफ लाइन और ऑनलाइन पेमैंट भी कर सकता है। डिजिटल ट्रांजैक्शन के मद्देनजर ऐसे ऐप प्रशासन विकसित कर रहा है जिसमें लोगों को ट्रांजैक्शन करने में दिक्कत न हो और न अतिरिक्त चार्जिस लगें।
कैशलैस इकोनॉमी को मिलेगा बढ़ावा
दरअसल मोदी सरकार देश में कैशलैस इकोनॉमी को बढ़ावा देने की दिशा में अहम बदलाव कर रही है। ऐसे में सभी यूटिलिटी सेवाओं के लिए कॉमन बिल पेमैंट प्लेटफार्म होने से कैशलैस ट्रांजैक्शन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही कंज्यूमर को सुविधा भी मिलेगी और टैक्स चोरी पर भी लगाम लगेगी। इससे पहले प्रशासन ने पोस्ट आफिसों में भी अपने बहुत सी ट्रांजैक्शन इत्यादि का भुगतान करने संबंधी दिशा निर्देश जारी किए थे।
सरकारी आफिसों में स्टेट बैंक आफ इंडिया की मार्फत ही अभी तक अमूमन सारी ट्रांजैक्शन होती हैं। प्रशासन के अधिकांश मुलाजिमों की सैलरी इसी बैंक में जाती है। कुछ विभागों ने दूसरे बैंकों इत्यादि से ट्रांजैक्शन कर रखी है।