Edited By pooja verma,Updated: 17 Mar, 2020 11:24 AM
सुखना कैचमैंट एरिया में आने वाले घरों को तोडऩे के आदेश पर यू.टी. प्रशासन ने अहम फैसला लिया है।
चंडीगढ़ (राजिंद्र ): सुखना कैचमैंट एरिया में आने वाले घरों को तोडऩे के आदेश पर यू.टी. प्रशासन ने अहम फैसला लिया है। प्रशासन द्वारा मंगलवार से जमीनी स्तर पर सर्वे शुरू किया जाएगा। एडवाइजर मनोज परिदा ने बताया कि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों के बाद प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर भी सभी अधिकारियों सहित सुखना कैचमैंट एरिया का हवाई दौरा करेंगे, जिसके बाद ही आगे कोई भी रूपरेखा तैयार की जाएगी।
एडवाइजर मनोज परिदा ने बताया कि इस सर्वे के माध्यम से पता चलेगा कि अगर आदेश के अनुसार उनके ड्राइव चलानी पड़ी तो कैचमैंट में आने वाले कितने घर इससे प्रभावित होंगे। बताया कि एक अनुमान के मुतबिक चंडीगढ़ के क्षेत्र में करीब 70 मकान ही सुखना कै चमैंट के दायरे में आते हैं। सही आंकड़ों के लिए ही यह सर्वे कराया जा रहा है।
परिदा ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार मोहाली और पंचकूला के डी.सी. और चंडीगढ़ के मुख्य वन संरक्षक को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन हाईकोर्ट के आदेशों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती नहीं देगा। बता दें कि कैचमैंट को लेकर कोर्ट की तरफ से आदेश जारी किए गए थे, जिसके बाद ही प्रशासन इस संंबंध में सर्वे करवाने पर विचार कर रहा था।
अब प्रशासक के साथ विचार विमर्श के बाद ही इस संबंध में अंतिम फैसला लिया गया है। एडवाइजरी काउंसिल में जाएगा अपार्टमेंट एक्ट और डॉग्स का मुद्दा :एडवाइजर ने बताया कि काफी समय से अटका हुआ अपार्टमैंट एक्ट का मामला एडवाइजरी काऊंसिल की मीटिंग में रखा जाएगा। बताया कि आवारा कुत्तों को लेकर डॉग शैल्टर बनाया गया है। अब इस मुद्दे को भी एडवाइजरी काऊंसिल में रखा जाएगा।