Edited By Priya verma,Updated: 09 Jan, 2020 10:05 AM
सैक्टर-17 से सैक्टर-16 स्थित रोज गार्डन को मिलाने वाले अंडरपास का बुधवार को प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर ने उद्घाटन किया।
चंडीगढ़(राजिंद्र) : सैक्टर-17 से सैक्टर-16 स्थित रोज गार्डन को मिलाने वाले अंडरपास का बुधवार को प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर ने उद्घाटन किया। 9 करोड़ की लागत से तैयार अंडरपास का निर्माण चंडीगढ़ प्रशासन ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत किया है।
यह अंडरपास दो साल में बनकर तैयार हुआ है। लंबे समय से ये उद्घाटन की वेट कर रहा था, जिसके बाद ही प्रशासन ने नए साल में इसके उद्घाटन का फैसला लिया था।
बदनौर ने इस मौके पर कहा कि इसे कल्चरल स्पॉट के तौर पर भी तैयार किया जाएगा। इंजीनियरिंग डिपार्टमैंट के अधिकारियों के अनुसार सैक्टर-17 को रोज गार्डन को जोडऩे के मकसद से इस अंडरपास को बनाया गया है।
आने वाले समय में पर्यटक स्थल बनेगा :
अधिकारियों को उम्मीद है कि इस अंडरपास के बनने से सैक्टर-17 का भी विकास होगा। इंजीनियरिंग विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अंडरपास आने वाले समय में शहर की पहचान बन जाएगा। युवाओं के बीच यह उद्घाटन से पहले ही काफी लोकप्रिय है।
प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर ने कहा कि उन्हें अंदाजा नहीं था कि यह अंडरपास इतना खूबसूरत होगा। दो साल पहले उन्हें ड्राईंग दिखाई गई थी तो उन्हें संदेह था कि यह अंडरपास कैसे बनेगा, लेकिन आज जब वह इस अंडरपास का उद्घाटन करने पहुंचे हैं तो उन्हें इसे देखकर काफी खुशी हो रही है। यह अंडरपास आने वाले समय में पर्यटक स्थल बनेगा। बदनौर ने अंडरपास की दीवारों पर पेंटिंग बनाने के भी आदेश दिए हैं।
अंडरपास बनाने का हुआ था विरोध :
इस अंडरपास को लेकर इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ आर्किटैक्ट (आई.आई.ए.) सवाल उठा चुका है। आई.आई.ए. ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जन मार्ग पर रोजाना करीब 42,488 गाडिय़ां गुजरती हैं और सिर्फ 133 लोग पैदल सड़क को पार करते हैं।
उन्होंने इस प्रोजैक्ट को पैसों की बर्बादी करार दिया था। अप्रैल 2017 में सैक्टर-17 से सैक्टर-16 स्थित रोज गार्डन तक अंडरपास बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। इसे एक ही साल में पूरा करने की बात कही गई थी, लेकिन पांच समय सीमा के खत्म होने के बाद अब जाकर इसका उद्घाटन किया गया।