Edited By pooja verma,Updated: 12 Sep, 2018 08:40 AM
रॉक गार्डन चंडीगढ़ की पहचान बन चुका है लेकिन अब इसका रेप्लिका तैयार किया जा रहा है।
चंडीगढ़ (विजय) : रॉक गार्डन चंडीगढ़ की पहचान बन चुका है लेकिन अब इसका रेप्लिका तैयार किया जा रहा है। यह रेप्लिका पंजाब राज भवन के ठीक एंट्री गेट पर बनाया जा रहा है। इसके लिए पिछले साल तैयारियां शुरू कर दी गई थीं। रेप्लिका का कंस्ट्रक्शन वर्क चल रहा है। जिस पर पहले ही 28 लाख रुपए का बजट एस्टिमेट तैयार किया जा चुका है। लेकिन अब इसके लिए लाइटिंग लगाने का काम शुरू किया जा रहा है।
खास बात यह है कि लाइटिंग पर ही लगभग 13 लाख रुपए खर्च किए जाने की तैयारी चल रही है। सूत्रों के अनुसार स्पैशल इफैक्ट्स देने के लिए विशेष लाइट्स का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए भारी भरकम राशि खर्च की जा रही है। हालांकि रेप्लिका के राज भवन में होने से इसे केवल वी.आई.पी. मेहमान ही देख पाएंगे। साइज में वास्तविक रॉक गार्डन से कम होने की वजह से मिनी रॉक गार्डन में केवल चुनिंदा स्कल्पचर्स ही रखे जाएंगे।
इसका भी चुनाव अधिकारियों द्वारा कर लिया गया है। गौरतलब है कि चंडीगढ़ के प्रशासक और पंजाब के गवर्नर का पदभार संभालने के बाद जब वी.पी. सिंह बदनौर ने रॉक गार्डन में विजिट किया था तो नेक चंद के वर्क से वह इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने मौके पर ही प्रशासनिक अधिकारियों को पंजाब राजभवन में भी रॉक गार्डन की तर्ज पर एक रेप्लिका तैयार करने की बात कही थी। इसके बाद इंजीनियरिंग विभाग ने मिनी रॉक गार्डन पर काम करना शुरू कर दिया।
पहले बजट था 14.25 लाख रुपए
प्रशासक के निर्देश पर जब पहली बार रेप्लिका बनाने की प्लानिंग की गई थी तो इसका बजट 14.25 लाख रुपए तय किया गया था। लेकिन इतनी राशि में ऐसा रेप्लिका नहीं बन पा रहा था जैसा कि गवर्नर साहब को चाहिए था इसलिए बजट को बढ़ाया गया और लगभग दोगुना कर दिया गया। यानि पांच महीनों के भीतर ही रेप्लिका का बजट बढ़ गया।
ये स्कल्पचर्स रखे जाएंगे
प्रशासक की ओर से इच्छा जाहिर की गई है कि आदमी और औरत के विभिन्न स्टैच्यू के साथ-साथ राज भवन में जानवरों और पक्षियों के भी स्कल्पचर्स विशेषतौर से होने चाहिए। इनमें ऊंट, घोड़े, हाथी, डॉग, वॉल्फ, हिरन, डक्स और मोर भी शामिल किए जाने चाहिए।