Edited By Priyanka rana,Updated: 17 Jan, 2020 10:26 AM
हर अभिभावक अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए अच्छे से अच्छे स्कूल में दाखिला करवाना चाहता है।
चंडीगढ़(आकृति) : हर अभिभावक अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए अच्छे से अच्छे स्कूल में दाखिला करवाना चाहता है। चंडीगढ़ में सरकारी स्कूलों को पीछे छोड़कर अभिभावक प्राइवेट स्कूलों और कॉन्वैंट स्कूलों में अपने बच्चों का दाखिला करवाने की जोद्दजहद में लगे रहते हैं।
कॉमन एडमिशन शेड्यूल के तहत शिक्षा विभाग ने शहर के कई नामी स्कूलों ने दाखिले के लिए योग्य आवेदकों की सूची जारी कर दी है, जिसे स्कूलों ने अपनी वैबसाइट पर जानकारी अपलोड कर दी है। लेकिन सरकारी स्कूलों में नर्सरी या प्री-नर्सरी कक्षा से लेकर 8वीं क्लास तक पढ़ाई मुफ्त होने के बाद भी माता-पिता प्राइवेट स्कूलों और कॉन्वैंट स्कूलों में अपने बच्चों का दाखिला करवाना चाहते हैं।
सत्र 2020-2021 की बात करें तो प्राइवेट और कॉन्वैंट स्कूलों में इस बार आवेदन के लिए मौजूदा सीटों के मुकाबले तीन गुणा अधिक आवेदन फॉर्म जमा किए गए हैं। सरकारी स्कूलों में 40 सीटें होने के बावजूद अभी तक बच्चों के एडमिशन फॉर्म नहीं भरे गए हैं।
सैक्टर-27 गवर्नमैंट स्कूल की नर्सरी टीचर के अनुसार नर्सरी व प्री-नर्सरी कक्षा में एडमिशन को लेकर अभी तक सिर्फ पांच फॉर्म जमा किए गए हैं, वहीं सैक्टर-19 के गवर्नमैंट मॉडल स्कूल की टीचर के अनुसार 10 फॉर्म आवेदन के लिए जमा किए गए हैं।
सैक्टर-18 के गवर्नमैंट स्कूल के बात करें तो स्कूल की प्रिंसीपल राजबाला के अनुसार अभी तक सिर्फ 15 फॉर्म जमा किए गए हैं। गौरतलब है कि 2020-21 सत्र में प्राइवेट स्कूलों में एंट्री लेवल दाखिले के लिए प्रत्येक स्कूल में 3 से 16 दिसंबर तक फॉर्म जमा करवाने की अवधि निश्चित की गई थी। यह एडमिशन फार्म ऑनलाइन उपलब्ध करवाए गए थे।
ड्रॉ निकालने की जरूरत नहीं पड़ती :
जिला शिक्षा अधिकारी अल्का मेहता का कहना है कि सरकारी स्कूलों में ड्रा नहीं निकलता। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल में पहले ही बहुत कम एडमिशन के लिए फॉर्म जमा करवाए जाते हैं। इसलिए सभी बच्चों को यहां दाखिला मिल जाता है।
अगर कभी सीटों के मुकाबले फॉर्म ज्यादा हो जाते हैं, तब स्कूल अथॉरिटी की और से एस.एम.सी. मैंबर और क्लस्टर हेड को सूचित किया जाता है। इसके बाद हम ड्रॉ की डेट निकालते हैं।