Edited By Priyanka rana,Updated: 21 Oct, 2019 10:33 AM
चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर में आऊटडोर डिस्पले एडवर्टाइजमैंट के लिए नई एडवर्टाइजमैंट फीस अप्रूव कर दी है।
चंडीगढ़(राजिंद्र) : चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर में आऊटडोर डिस्पले एडवर्टाइजमैंट के लिए नई एडवर्टाइजमैंट फीस अप्रूव कर दी है। इसकी परमिशन के लिए अब शहरवासियों को डबल फीस चुकानी होगी। अब मूविंग व्हीकल्स पर भी एडवर्टाइजमैंट की परमिशन दी जाएगी। इसे लागू करने के लिए प्रशासन ने चंडीगढ़ नगर निगम को फाइल भेज दी है और सोमवार को इस संबंध में नोटीफिकेशन जारी किया जा सकता है।
डिजीटल कैटेगरी को भी शामिल किया :
इस संबंध में प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने नई एडवरटाइजमेंट फीस अप्रूव कर दी है और निगम को भी इस संबंधित फाइल भेज दी है। सोमवार को इस संबंधित नोटीफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। नई एडवर्टाइजमैंट नियमों में डिजीटल एडवर्टाइजमैंट कैटेगरी को भी शामिल किया गया है,
जिसके तहत एल.ई.डी. स्क्रीन पर भी विज्ञापन करने की परमिशन दी जाएगी, जबकि पहले इस संबंध में परमिशन नहीं थी। बताया जा रहा है कि प्रशासन ने 11 साल बाद इस फीस को डबल रिवाइज्ड किया है। निगम द्वारा आऊटडोर एडवर्टाइजमैंट के लिए परमिशन दी जाती है और फीस चार्ज की जाती है। ये रेट चंडीगढ़ एडवर्टाइजमैंट कंट्रोल आर्डर 1954 के प्रावधानों के तहत फिक्स किए गए हैं, जिसमें समय-समय पर संशोधन होता रहता है।
मूविंग व्हीकल पर विज्ञापन की फीस थी कम :
अब शहर भर में मूविंग व्हीकल पर भी एडवर्टाइजमैंट की परमिशन दी जाएगी। पहले भी इस संबंध में प्रावधान था लेकिन इसकी फीस बहुत कम होने के चलते प्रशासन ने इस पर रोक लगा दी थी।
प्रशासन ने साफ किया था कि पहले इस परमिशन के लिए रेट रिवाइज्ड किए जाने चाहिए, जिसके बाद ही इस संबंधित परमिशन दी जाएगी। इससे निगम को राजस्व से हाथ धोना पड़ रहा था। यही कारण है कि इन रेट में बदलाव किया गया है। बता दें कि शहर में भर में चलने वाले ऑटो रिक्शा पर अवैध रूप से की जा रही थी, जिन्हें हटाने के लिए निगम ने हाल ही में अभियान भी चलाया था। सैंकड़ों ऑटो चालकों के चालान काटे गए थे।
नगर निगम का रैवेन्यू बढ़ाने के लिए बढ़ाई फीस :
चंडीगढ़ नगर निगम इस समय खराब वित्तीय हालत से गुजर रहा है। इसका अंदाजा यहीं से लगाया जा सकता है कि उसके पास विकास कार्य करवाने की भी पैसे नहीं है। यहां तक कि वह ठेकेदारों को भी समय पर पैमेंट नहीं कर पा रहा है।
यही कारण है कि एडवर्टाइजमैंट फीस में बढ़ोत्तरी करके निगम अपना राजस्व बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। इससे पहले वर्ष 2008 में फीस में इजाफा किया गया था। निगम ने इसमें 15 प्रतिशत की बढ़ौतरी प्रस्तावित की थी लेकिन उसे भी ज्यादा बोला जा रहा है। लेकिन प्रशासन इससे संतुष्ट नहीं था।