Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jun, 2018 01:44 PM
शहर के 3 गांवों में बिल्डरों ने जमीन के मालिकों से मिलीभगत कर एग्रीकल्चर लैंड में हाऊसिंग कालोनियां काट कर करोड़ों रुपए डकार लिए हैं।
मोहाली(विनोद) : शहर के 3 गांवों में बिल्डरों ने जमीन के मालिकों से मिलीभगत कर एग्रीकल्चर लैंड में हाऊसिंग कालोनियां काट कर करोड़ों रुपए डकार लिए हैं। वहीं अब ग्माडा ने उक्त कालोनियों को गिराने के लिए बुलडोजर चलाने शुरू कर दिए हैं। गत दिनों यहां 35 अवैध निर्माण गिरा दिए गए। यहां रहने वालों में और इंवैस्ट करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है।
अधिकारियों का कहना है कि किसी भी सूरत में अवैध निर्माण नहीं होने दिए जाएंगे। जांच में आया कि उक्त अवैध कालोनियों को बसाने में अधिकारियों की मिलीभगत है, जिन्होंने कालोनियों में बिजली के मीटर, पानी के कनैक्शन व अन्य सुविधाएं मुहैया करवाईं और प्लॉटों व फ्लैटों की रजिस्ट्रियां भी करवा दी हैं।
अब लग्जरी गाडिय़ों में चलते हैं :
गांव झामपुर, बहलोलपुर और रायपुर 3 ऐसे गांव हैं, जहां प्रॉपर्टी डीलर व खुद जमीन के मालिकों द्वारा एग्रीकल्चर लैंड में ये प्लॉट व कालोनियां काट कर बेचा जा रहा है। इसी से वह करोड़ों कमा लिए हैं। जिनके पास पहले सिर्फ बाइक थी, वह अब लग्जरी गाडिय़ों में घूमते हैं, जबकि यह जो प्लॉट व कालोनियां काट रहे हैं, उनके नाम अपनी मर्जी से ही रखे जा रहे हैं।
जुझार नगर में मिल चुका नोटिस :
जुझार नगर में तो एक पूरा गांव ही बस चुका है। वहां पर पूरी मार्कीट भी बस चुकी है, लेकिन वहां ग्माडा की ओर से कुछ समय पहले कई लोगों को नोटिस दिया गया था। जहां जुझार नगर बसा है, वह जमीन गांव बहलोलपुर व मलोया के लोगों की थी, जबकि वहां तो पंचायत भी बन चुकी है।