Edited By bhavita joshi,Updated: 16 Feb, 2019 09:01 AM
भारतीय वायु सेना ने बेंगलूर के येलाहांका एयर बेस की 112वीं हैलीकॉप्टर यूनिट की फ्लाइट लैफ्टिनैंट हिना जायसवाल को अपनी पहली महिला फ्लाइट लैफ्टिनैंट के तौर पर शामिल किया है।
चंडीगढ़ : भारतीय वायु सेना ने बेंगलूर के येलाहांका एयर बेस की 112वीं हैलीकॉप्टर यूनिट की फ्लाइट लैफ्टिनैंट हिना जायसवाल को अपनी पहली महिला फ्लाइट लैफ्टिनैंट के तौर पर शामिल किया है। रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने यहां एक बयान में कहा कि फ्लाइट लैफ्टिनैंट हिना जायसवाल ने येलाहांका वायु सेना स्टेशन में कोर्स पूरा करने के बाद पहली महिला फ्लाइट इंजीनियर बनकर इतिहास रच दिया है।
वायु सेना की इंजीनियरिंग शाखा में 5 जनवरी 2015 को भर्ती हुई हिना ने फ्लाइट इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में शामिल होने से पहले सतह से हवा में मार करने वाले मिसाइल दस्ते में फायरिंग टीम की प्रमुख और बैटरी कमांडर के तौर पर काम किया। हिना का फ्लाइट इंजीनियरिंग का कोर्स शुक्रवार को पूरा हुआ। 6 महीनों के पाठ्यक्रम के दौरान हिना ने अपने पुरुष प्रतिद्वंद्वियों के साथ प्रशिक्षण लेते हुए अपनी प्रतिबद्धता, समर्पण और दृढ़ता का प्रदर्शन किया। मूल रूप से चंडीगढ़ की हिना ने पंजाब यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में स्नातक किया है।
बचपन में पहनती थी सैनिकों की वेशभूषा
वह कहती हैं-महिला फ्लाइट इंजीनियर बनने की मेरी उपलब्धि सपना पूरा होने जैसी है, क्योंकि मैं बचपन से ही सैनिकों की वेषभूषा पहनने और पायलट के तौर पर उडऩे के लिए प्रेरित होती थी। फ्लाइट इंजीनियर के तौर पर हिना को सियाचिन ग्लेशियर की बर्फीली ऊंचाइयों से अंडेमान के सागर में वायु सेना की ऑप्रेशनल हैलीकॉप्टर यूनिट्स पर तैनात किया जा सकता है। पुरुष सैनिकों की अधिकता वाली फ्लाइट इंजीनियर ब्रांच को 2018 में महिला अधिकारियों के लिए भी खोल दिया गया था।