Edited By Priyanka rana,Updated: 21 Sep, 2019 09:21 AM
चंडीगढ़ पुलिस के बीट सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए ई-बीट बुक सिस्टम की शुरूआत की गई।
चंडीगढ़(संदीप) : चंडीगढ़ पुलिस के बीट सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए ई-बीट बुक सिस्टम की शुरूआत की गई। इसका शुभारंभ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पांच बीट अधिकारियों को ई-बीट बुक प्रदान करके की। गृहमंत्री ने आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (112) और अटल स्मार्ट सहभागिता केंद्र योजना का भी शुभारंभ किया गया।
चंडीगढ़ पुलिस को बधाई देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि चंडीगढ़ देश का पहला यू.टी. है जहां पुलिस बीट सिस्टम को मजबूत करने की शुरूआत की गई है। उन्होंने कहा कि जहां पर पुलिस बीट सिस्टम मजबूत नहीं है, वहां पर लॉ एंड आर्डर को बेहतर रखना बेहद मुश्किल हो जाता है।
लोगों के दिमाग में वर्दी में रौब डालने की पुरानी छवि बनी हुई है। आधुनिक तरीके से पुलिस को लोगों के घरों तक पहुंचाकर इस छवि को बदलने की जो शुरूआत चंडीगढ़ पुलिस ने की है, वह बेहद सराहनीय है।
आधुनिकता का समावेश जरूरी : बेनीवाल
डी.जी.पी. संजय बेनीवाल ने बताया कि बीट अधिकारी, जांच अधिकारी और थाना अधिकारी की कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए इन सभी स्तरों में आधुनिकता का समावेश जरूरी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए ई-बीट बुक सिस्टम लॉन्च किया है। इसके तहत बीट अधिकारी अपने एरिया से संबंधित सभी तरह की आपराधिक और जरूरी जानकारियां टैब के जरिए सिस्टम में अपडेट करेगा।
यह जानकारी थाना प्रभारी, डी.एस.पी., एस.एस.पी. और अन्य आला अधिकारियों तक के सिस्टम में पहुंचेगी। कार्यक्रम में केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, पंजाब के राज्यपाल व चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. बदनौर, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, सासंद किरण खेर, प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा, डी.आई.जी. ओमप्रकाश बिश्नोई, एस.एस.पी. निलाम्बरी जगदले सहित अन्य मौजूद रहे।
कई और सेवाएं जुडेंग़ी डायल 112 से :
गृहमंत्री ने आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (112) का भी शुभारंभ किया। अब लोगों को अलग-अलग सहायता नंबरों को याद रखने की जरूरत नहीं रहेगी। केवल 112 नंबर डायल करने पर ही पुलिस कंट्रोल रूम के माध्यम से कॉल करने वाले को हर तरह की सहायता समय रहते प्रदान की जा सकेगी।
जब तक लोग आपातकालीन सेवा डायल 112 के बारे में पूरी तरह से जागरुक नहीं हो जाते, तब तक पुराने आपातकालीन सेवा नंबर 100, 101, 108 भी चालू रखे जाएंगे। भविष्य में अन्य सभी आपातकालीन सेवाओं ट्रैफिक (1073) महिला हैल्पलाइन (1091, 181) चाइल्ड हैल्पलाइन (1098), आपदा प्रबंधन सहित अन्य सेवाओं को भी इस आपातकालीन सेवा डायल 112 से जोड़ दिया जाएगा। अभी तक आपातकाल सहायता के लिए 20 से अधिक नंबर चल रहे थे। कई बार ध्यान में ही नहीं रहता था कि कौन-सी सेवा के लिए कौन-सा नंबर है।