Edited By Priyanka rana,Updated: 18 Apr, 2019 10:29 AM
फेज-5 के एक नामी डायमंड कारोबारी से विदेशों से हीरे मंगवाने व प्रदर्शनी में डायमंड के गहने भेजने के नाम पर 22.80 करोड़ की ठगी का मामला फेज-1 के थाने में दर्ज हुआ है।
मोहाली(विनोद) : फेज-5 के एक नामी डायमंड कारोबारी से विदेशों से हीरे मंगवाने व प्रदर्शनी में डायमंड के गहने भेजने के नाम पर 22.80 करोड़ की ठगी का मामला फेज-1 के थाने में दर्ज हुआ है। आरोपियों में छह लोग शामिल हैं, जिनमें तीन महिलाएं हैं।
आरोपियों में अशोक मित्तल, पत्नी चेतना मित्तल, बेटी अदिति मित्तल, बेटा अॢपत मित्तल, राज रानी मित्तल व विनोद मित्तल शामिल हैं। सभी आरोपी दिल्ली और पंचकूला के रहने वाले हैं। आरोपियों के पंचकूला स्थित घर और फ्लैटों पर ताले लगे हुए हैं। वहीं, मनीमाजरा में भी उनके शोरूम बंद हैं। अब वीरवार को पुलिस की टीमें दिल्ली में दबिश देकर मामले की जांच करेगी।
पहले बढिय़ा क्वालिटी के हीरे लाने का झांसा दिया :
पुलिस को विकास वालिया ने शिकायत दी थी। उन्होंने बताया कि वह 1997 से फेज-5 में अनमोल रत्न ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कारोबार कर रहे हैं। जबकि मुम्बई में भी उनका कारोबार है। उन्होंने बताया कि किट्टी पार्टी में उनकी दोस्ती आरोपियों से हुई।
इसके बाद बाद दोस्ती गहरा गई। फिर आरोपियों ने उसे विदेशों से बढिय़ा क्वालिटी के हीरे मंगवाने का झांसा दिया। शुरू में कुछ हीरे सही दिए, जिससे उन्हें फायदा भी हुआ। इसके बाद वह उनकी बातों में आकर करीब 13 करोड़ गंवा बैठे।
फिर एग्जीबिशन के नाम पर ठगा :
शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपियों ने उन्हें बताया था कि अदिति मित्तल फैशन डिजाइनर है, जो कि देश के फाइव स्टार होटल में एग्जीबिशन लगाती है। उन्होंने बताया कि अदिति और चेतना मित्तल ने दिल्ली के ताज और अशोका होटल में उस समय एग्जीबिशन लगाई भी थी।
इस दौरान उन्होंने बताया कि उनके पास देश के काफी नामी लोग आते हैं, जबकि उनका मैन्युफैक्चरिंग व होलसेल का काम है। ऐसे में उसे बढिय़ा लोगों की जरूरत है। ऐसे में वह प्रदर्शनी में डायमंड भेजने के लिए तैयार हो गया था। एग्जीबिशन लगाने के लिए नौ करोड़ का सामान उधार लिया। इसके बाद जब उन्होंने अपने पैसे मांगे तो आरोपियों ने उन्हें कहा कि दिल्ली में सामान बिका नहीं है।
ऐसे में अब जयपुर में एग्जीबिशन लगाएंगे। फिर कुछ समय बाद जवाब आया कि जयपुर की एग्जीबिशन में सारा सामान बिक गया है। नब्बे दिन में आपको पेमैंट मिल जाएगी, लेकिन न तो पेमैंट की और न ही सामान दिया। ऐसे में नौ करोड़ की ज्वैलरी ठगी।
आरोपियों पर पहले भी दर्ज हैं कई केस :
आरोपियों पर पहले भी देश के कई राज्यों में केस दर्ज हो चुके हैं। पीड़ित का कहना है कि वह चाहते हैं कि अन्य लोग न उनके शिकार हों, इसके चलते वह कोशिश कर रहे हैं कि आरोपी जल्दी से जल्दी पकड़े जाएं।