Edited By Priyanka rana,Updated: 01 Feb, 2020 09:44 AM
खुद को निजी लाइफ इंश्योरैंस कंपनी का कर्मी बता लोगों को पॉलिसी लैप्स होने की बात कह कर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के 6 सदस्यों को साइबर सैल टीम ने गिरफ्तार किया है।
चंडीगढ़(संदीप) : खुद को निजी लाइफ इंश्योरैंस कंपनी का कर्मी बता लोगों को पॉलिसी लैप्स होने की बात कह कर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के 6 सदस्यों को साइबर सैल टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपी यू.पी. के गाजियाबाद में अपना फर्जी कॉल सैंटर चला रहे थे और यहीं से वे लोगों को कॉल कर उन्हें लाखों की चपत लगा रहे थे। वे डेढ़ साल से इस गोरखधंधे को चला रहे थे।
गिरोह के सदस्यों की पहचान गाजियाबाद के रहने वाले मुनीष कुमार (30), मुकेश कुमार (23), अंकुर वर्मा (28), गौरव वर्मा (28), झारखंड निवासी राजू रंजन यादव (21) और सूरज मरमू (23) के तौर पर हुई है।
पुलिस को अभी गिरोह की महिला सरगना की तलाश है। पुलिस ने गिरफ्तार सभी आरोपियों को जिला अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड की मांग की। अदालत ने सभी आरोपियों को 5-5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
2 भाइयों ने बनाया था गिरोह :
जांच में सामने आया कि 2 भाइयों ने यह गिरोह बनाया था। आरोपी लोगों से पैसे ऐंठने के लिए विभिन्न बैंकों में फर्जी नामों से खाते खुलवा लेते थे और धोखाधड़ी करने के लिए पैसे इन्हीं बैंक खातों में मंगवा कर बाद में खाते से निकाल लेते थे।
सैक्टर-21 निवासी से ठगे थे 3 लाख 58 हजार :
एस.पी सिटी विनीत कुमार ने बताया कि सैक्टर-21 निवासी चंद्र मोहन मुंजाल ने साइबर सेल को शिकायत दी थी कि पिछले साल अगस्त में उनके मोबाइल पर किसी व्यक्ति की कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने खुद को एक निजी लाइफ इंश्योरैंस कंपनी का कर्मी बताते हुए उनसे बात की थी।
उसने कहा था कि उनकी इंश्योरैंस लैप्स हो गई है। इसी के झांसे में आकर शिकायतकर्ता ने शातिर के बैंक खाते में 3 लाख 58 हजार रुपए जमा करवा दिए। अपने साथ की गई धोखाधड़ी के बारे में जानकारी होने के बाद उन्होंने इस बात की शिकायत पुलिस को दी और सैक्टर-19 थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।
200 लोगों को बना चुके हैं शिकार :
मामले की जांच के लिए साइबर सैल डी.एस.पी. रश्मि यादव की देखरेख में एक टीम का गठन किया गया था। अगुवाई इंस्पैक्टर इंचार्ज साइबर सैल दविंद्र सिंह ने की। टीम ने गुप्त सूचना पर गाजियाबाद में चल रहे फर्जी कॉल सैंटर पर दबिश देकर सभी 6 आरोपियों को धर-दबोचा।
आरोपियों के पास से पुलिस को 100 सिम कार्ड, 100 ए.टी.एम.कार्ड, 25 मोबाइल, 2 लैपटॉप, 70 विभिन्न बैंकों की चैकबुक, 100 पासबुक और 40 रजिस्टर बरामद हुए हैं। आरोपी अभी तक 200 लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बनाकर उनसे लाखों रुपए ऐंठ चुके हैं। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह में और भी लोगों के शामिल होने की आशंका है।