Edited By Priyanka rana,Updated: 20 Mar, 2020 11:03 AM
नैशनल अर्बन लाइवलिहुड मिशन की ग्रांट के तहत आए डेढ़ करोड़ रुपए के गबन मामले में पुलिस ने वीरवार को नगर निगम पंचकूला के कांट्रैक्ट पर कार्यरत कर्मचारी श्रवण कुमार को गिरफ्तार कर लिया है।
पंचकूला(मुकेश) : नैशनल अर्बन लाइवलिहुड मिशन की ग्रांट के तहत आए डेढ़ करोड़ रुपए के गबन मामले में पुलिस ने वीरवार को नगर निगम पंचकूला के कांट्रैक्ट पर कार्यरत कर्मचारी श्रवण कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी श्रवण को पुलिस ने रायपुररानी से गिरफ्तार किया। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है, ताकि पता लग सके कि एक करोड़ रुपए की राशि को उसने कितने समय में किस किस माध्यम से गायब किया।
पुलिस आरोपी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर उसके रिमांड की मांग करेगी। पुलिस इस घोटाले में फिलहाल यह पता लगाने के प्रयास में है कि आरोपी के साथ अन्य कितने लोग शामिल हैं। आरोपी ने किस माध्यम से किन बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से ग्रांट की रकम को हड़पा, इस बारे पुलिस पूछताछ में जुटी है। आरोप है कि श्रवण ने फर्जी हस्ताक्षर कर पंजाब नैशनल बैंक, सैक्टर-2 के कर्मचारियों की मिलीभगत से राशि हड़पी। पुलिस आगामी जांच में बैंक अधिकारियों से भी पूछताछ कर सकती है।
आर.टी.जी.एस. पर कई जगह पेन से कटिंग भी :
श्रवण पर अलग-अलग निजी बैंक खातों में रकम जमा कराने के आरोप हैं। आरोपी ने बैंक को जो रकम आर.टी.जी.एस. के जरिए ट्रांसफर को दी, उसमें केवल एक हस्ताक्षर है। जबकि बताया गया कि नियमानुसार दो अधिकारियों के हस्ताक्षर के बिना बैंक रकम ट्रांसफर नहीं कर सकता। इस पर सरकारी सीनियर अकाउंट ऑफिसर के हस्ताक्षर होने भी अनिवार्य हैं। बैंक को दी गई आर.टी.जी.एस. पर कई जगह पेन से कटिंग भी की गई मिली। बैंक खातों की डिटेल एक तरफ पेन से लिखी हुई है। आरोपी श्रवण कुमार व अभिनव पर केस दर्ज करने के लिए बुधवार को डी.सी.पी. को शिकायत दी गई।
ई.ओ. ने कार्यालय बुलाकर की थी पूछताछ :
निगम के कार्यकारी अधिकारी जरनैल सिंह को नैशनल अर्बन लाइवलिहुड मिशन के कर्मचारियों ने बताया था कि आरोपी श्रवण कुमार कुछ दिन से अज्ञात लोगों के नाम पर आर.टी.जी.एस. कंप्यूटर में तैयार करता है। उसे स्वयं ही उस पर हस्ताक्षर करते भी देखा गया है। सभी आर.टी.जी.एस. पंजाब नैशनल बैंक, सैक्टर-2 की शाखा की बताई गई।
जरनैल सिंह ने श्रवण कुमार को सैक्टर-14 स्थित कार्यालय बुलाकर पूछताछ की तो कुछ आर.टी.जी.एस. भी मिली। श्रवण कुमार द्वारा कार्यकारी अधिकारी के जाली हस्ताक्षर किए जाने का पता लगा था। जरनैल सिंह मामले को निगम आयुक्त सुमेधा कटारिया और संयुक्त आयुक्त संयम गर्ग के संज्ञान में लाए। फिर आरोपी श्रवण को सैक्टर-2 पुलिस चौकी से पुलिसकर्मियों के हवाले किया गया था।
करीब 20-25 लोगों के बैंक खाते में ट्रांसफर की रकम :
सैक्टर 2 पंजाब नैशनल बैंक की ओर से निगम को मिली आर.टी.जी.एस. डिटेल से पता लगा कि केवल एक हस्ताक्षर पर करीब डेढ़ करोड़ रुपए बैंक द्वारा दीक्षा इंटरप्राइजेज सहित करीब 20-25 लोगों के बचत खाते में ट्रांफसर किए गए। आरोप हैं कि श्रवण कुमार कार्यकारी अधिकारी के जाली हस्ताक्षर अक्टूबर 2019 से कर रहा था।
एक आर.टी.जी.एस. पांच से छह लाख रुपए की है और करीब बीस आर.टी.जी.एस. की गई। आरोपी श्रवण कुमार हर बार बैंक में स्वयं आर.टी.जी.एस. देने जाता रहा। किसी भी आर.टी.जी.एस. में सीनियर अकाउंट ऑफिसर के हस्ताक्षर नहीं हैं। आरोप हैं कि पी.एन.बी. में करीब चौदह करोड़ रुपए थे, जिस रकम को निकलवाया गया।