Edited By Ajay Chandigarh,Updated: 04 Aug, 2022 09:48 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के विरुद्ध अपनाई जीरो सहनशीलता नीति के मद्देनजर विजीलैंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के आरोप में बी.डी.पी.ओ. दफ्तर जलालाबाद में तैनात जूनियर इंजीनियर (मगनरेगा) सुवर्षा को 25 हजार...
चंडीगढ़,(रमनजीत सिंह) : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के विरुद्ध अपनाई जीरो सहनशीलता नीति के मद्देनजर विजीलैंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के आरोप में बी.डी.पी.ओ. दफ्तर जलालाबाद में तैनात जूनियर इंजीनियर (मगनरेगा) सुवर्षा को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ काबू किया है। विजीलैंस ब्यूरो प्रवक्ता के मुताबिक जूनियर इंजीनियर (जे.ई.) मनरेगा को जलालाबाद के गांव चक्क रोड़ांवाली (तम्बूवाला) के रहने वाले सुखजिंद्र सिंह की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया है।
शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो को दी शिकायत में कहा था कि उसने गांव के अन्य लोगों से मिलकर अपने गांव चक्क रोड़ांवाली की पंचायती जमीन पर सरकारी स्कीम के अधीन पौधे लगाए। उसके भुगतान के लिए पैमाइश करके केस जे.ई. द्वारा भेजा जाना था, परंतु आरोप है कि जे.ई. सुवर्षा उस जमीन के माप के बाद भुगतान के लिए उसका केस भेजने के बदले 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रही है। शिकायतकर्ता ने कहा कि बातचीत के बाद जे.ई. को 2 किस्तों में 45,000 रुपए देने के लिए सौदा तय हुआ।
प्रवक्ता ने कहा कि शिकायत में दर्ज तथ्यों की जांच के उपरांत विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जे.ई. सुवर्षा को शिकायतकर्ता से पहली किस्त के तौर पर 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए 2 सरकारी गवाहों की हाजिरी में रंगे हाथों काबू कर लिया।