Edited By Diksha Raghuwanshi,Updated: 13 Sep, 2024 01:08 PM
इतनी सुन्दर कलाकारी घर के सदस्यों द्वारा की गई है और इतने सुन्दर कार्य को सांत्वना जायसवाल (माही) ने अंजाम दिया है।
चंडीगढ़। गणेश भगवान और श्री राम लला, दोनों ही भारतीय धर्म और संस्कृति के महान प्रतीक हैं। गणपति, विघ्नहर्ता, समृद्धि और शुभता के देवता हैं, जबकि श्री राम लला मर्यादा, धर्म और सत्य के आदर्श हैं। जब हम गणेश जी की स्थापना राम लला के साथ करते हैं, तो यह सृष्टि के शुभारंभ और धर्म के पालन का प्रतीक बनता है। यह समर्पण और आस्था का एक सुंदर मिलन है, जहाँ गणपति सभी विघ्नों को दूर करते हैं और राम लला हमें धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं।
यह स्थापना जीवन में सकारात्मकता, शुभता और विजय के आगमन का संदेश देती है।
जैसे ही आप जिकरपुर के पेंटा होम्स के एक घर में प्रवेश करेंगे तो दरवाजा खुलते ही आप को ऐसा प्रतीत होगा कि आप अयोध्या धाम में प्रभू श्री राम लला के मन्दिर में पहुंच गए हैं, आप बिना पलक झपकाए टकटकी लगा कर प्रभू श्री राम लला को निहारते ही रह जायेंगे। और जैसे ही आप की नजर राम लला से थोड़ा नीचे की तरफ आती है तो आप को गणपति बप्पा जी के दर्शन होते हैं, इतना सुन्दर और इतना मनमोहक गणपति बहुत ही कम दिखाई पड़ते हैं। पूरे मन्दिर परिसर में इतना बारीक काम बस देखते ही बनता है । श्री राम लला के पीछे बहुत ही सुन्दर कार्विंग कर के सफेद मार्वल की दीवार बनाई गई है बस देखते ही बनती है। ज़बरदस्त लाइटिंग, पूरे वातावरण को एकदम सजीव बना रही है।
इतनी सुन्दर कलाकारी घर के सदस्यों द्वारा की गई है और इतने सुन्दर कार्य को सांत्वना जायसवाल (माही) ने अंजाम दिया है।
इस सुंदर झांकी में श्री राम लला और श्री गणपति बप्पा के दर्शन पाने के लिए लोगों ने दूर दूर से आना शुरू कर दिया है।