Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Mar, 2018 10:27 AM
मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तरफ से स्कूलों में एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यक्रम अपनाने का फैसला भले ही राज्यों पर छोड़ दिया है लेकिन यू.टी. में एम.एच.आर.डी. के ही नियम लागू होंगे।
चंडीगढ़(रश्मि) : मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तरफ से स्कूलों में एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यक्रम अपनाने का फैसला भले ही राज्यों पर छोड़ दिया है लेकिन यू.टी. में एम.एच.आर.डी. के ही नियम लागू होंगे। एजुकेशन सैक्रेटरी बी.एल. शर्मा के मुताबिक बेशक यह फैसला राज्यों पर छोड़ दिया है पर चंडीगढ़ में एच.एच.आर.डी. के ही निर्देश लागू होंगे। एम.एच.आर.डी. ने फिलहाल चंडीगढ़ प्रशासन को इस मामले में कोई निर्देश जारी नहीं किए हैं।
इसी ने चलते चंडीगढ़ के स्कूलों में अब भी एन.सी.ई.आर.टी. बुक्स पढ़ाना ही जरूरी हैं, लेकिन साल बाद भी शिक्षा विभाग शहर के प्राइवेट स्कूलों में एन.सी.ई.आर.टी. बुक लागू करवाने में नाकाम साबित हो रहा है। स्कूलों में दूसरा सैशन शुरू होने को है पर अभी तक प्राइवेट स्कूलों पर नकेल नहीं कसा जा सकी है।
स्कूल फीस की बात करें या अन्य पब्लिशर्स की किताबों की तो दोनों तरफ से अभिभावकों का शोषण किया जा रहा है। स्कूल विभिन्न कक्षाओं में अन्य पब्लिशर्स की किताबों को लागू कर बड़े पैमाने पर कमिशनखोरी को अंजाम दे रहे हैं। सूत्रों की मानें तो बुक के सैट पर स्कूलों को 20 से 25 प्रतिशत तक का कमिशन पब्लिसर्स की ओर से दिया जाता है। इसी लालच में स्कूल चुनिंदा पब्लिशर्स की बुक्स फॉलो कराते हैं।
एक रास्ता बंद तो दूसरा सही :
शिक्षा विभाग ने भले ही स्कूलों में बुक्स बेचने पर पाबंदी लगा दी है पर अब स्कूलों ने दूसरा रास्ता अपना लिया है। अब सीधे एक निर्धारित दुकान से सांठगांठ कर स्कूल कमिशनखोरी के खेल को अंजाम दे रहे हैं। अभिभावकों को बुक्स उस निर्धारित दुकान के अलावा दूसरी दुकान पर नहीं मिलती हैं।
सी.बी.एस.ई. द्वारा सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों को एन.सी.ई.आर.टी. बुक्स फॉलो करने को लेकर निर्देश जारी किए जा चुके हैं। बोर्ड ने यह भी कहा है कि अगर स्कूल इसे फॉलो नहीं करते हैं तो उनकी मान्यता तक रद्द कर दी जाएगी। हालांकि स्कूलों पर इसका कोई असर होता नहीं दिख रहा।
एन.सी.ई.आर.टी. के बुक सैट में पांच किताबें तो अन्य पब्लिशर्स के सैट में 15 :
एन.सी.ई.आर.टी. और अन्य पब्लिशर्स के बुक सैट में शामिल किताबों पर गौर करें तो इनमें भारी अंतर नजर आएगा। एन.सी.ई.आर.टी. के पांचवी कक्षा के सैट में पांच किताबें हैं तो इसी कक्षा के सैट में अन्य पब्लिशर्स की बुक्स की संख्या करीब 15 है।
मार्कीट में हर पब्लिशर्स के दाम अलग-अलग :
सी.बी.एस.ई. की किताबें मार्कीट में कई पब्लिशर्स की आ रही हैं। हर पब्लिशर्स के दामों में अंतर है। प्राइवेट स्कूल संचालक इन पब्लिशर्स को स्टैंडर्ड पब्लिसर्स बताकर अभिभावकों को गुमराह कर रहे हैं, जबकि इन्होंने शहर के स्कूल संचालकों से कमीशन की सैटिंग कर रखी है। इसलिए स्कूल प्रबंधन मनमर्जी के पब्लिशर्स की किताबें पढ़ा रहे हैं।
एन.सी.ई.आर.टी. बुक सैट (कक्षा पांचवी)
विषय बुक का नाम कीमत
हिंदी रिमझिम 65 रुपए
अंग्रेजी मैरीगोल्ड 50 रुपए
गणित मैथ्स मैजीक 50 रुपए
इ.वी.एस. लुकिंग अराउंड 50 रुपए
पंजाब पंजाबी पुस्तक-5 30 रुपए
प्राइवेट स्कूलों के बुक सैट ( कक्षा 5वीं)
विषय किताब के नाम कीमत
अंग्रेजी कम्युनिकेशन इन इंगलिश (लिट्रेचर रीडर) 250 रुपए
अंग्रेजी कंयुनिकेशन इंगलिश 150 रुपए
अंग्रेजी बी.बी.सी. 240 रुपए
हिंदी बिजी बीइस 165 रुपए
हिंदी आओ व्याकरण सीख 150 रुपए
गणित नंबर मैजिक 275 रुपए
एसएसटी माई बिग बुक ऑफ एस.एस.टी. 200 रुपए
एसएसटी मैप इंडिया, वल्र्ड फिजिकल एंड पॉलिटिक्ल 40 रुपए
पंजाबी पंजाबी पाठक पुस्तक-2 125 रुपए
पंजाबी प्रथम पंजाबी व्याकरण-3 135 रुपए
कंप्यूटर आइटी बिनस 150 रुपए
जी.के. न्यू ब्रेन बूस्टर 160 रुपए
एम.वी. हैप्पिनैस ए ट्रेजर विद इन-5 125
फ्रैं को दो बुक एप्रोनेनंस फ्रांसिस-और हेयर डी एक्ससरसाजेस-1 280 रुपए