Edited By bhavita joshi,Updated: 02 Nov, 2018 10:45 AM
पंजाब यूनिवर्सिटी की ज्यादातर अंडर ग्रैजुएट गर्ल्स नहीं चाहती कि गर्ल्स हॉस्टलों में 24 घंटे एंट्री हो।
चंडीगढ़ (रश्मि): पंजाब यूनिवर्सिटी की ज्यादातर अंडर ग्रैजुएट गर्ल्स नहीं चाहती कि गर्ल्स हॉस्टलों में 24 घंटे एंट्री हो। अगर ऐसा होता है तो लड़कियां पूरी तरह से आजाद होंगी। इसी मुद्दे पर पंजाब केसरी ने पी.यू. में लड़कियों से सीधी-बातचीत की। सामने आया कि लड़कियां खुद नहीं चाहती कि हॅास्टलों को 24 घंटों के लिए खोल दिया जाए। गर्ल्स हॉस्टलों में रहने वाली गर्ल स्टूडैंट्स का जब सर्वे पंजाब केसरी ने सर्वे किया तो यही सामने आया। हालांंकि पोस्ट ग्रैजुएट गर्ल स्टूडैंट्स का कहना है कि हॉस्टलों को 24 घंटे के लिए खोल देना चाहिए।
फ्लैट नहीं, हॉस्टल है
हॉस्टल नंबर-4 की दिल्ली की गर्ल स्टूडैंट चारू व रीतिका ने कहा कि मैं नहीं चाहती कि लड़कियों का हॉस्टल 24 घंटे खुले। अगर कैंपस के हॉस्टलों को भी 24 घंटे के लिए खोल दिया जाएगा तो फ्लैट, पी.जी. और हॉस्टलों में क्या फर्क रह जाएगा। अभिभावक अपनी बेटियों को हॉस्टलों में भेजते हैं ताकि वह कम से कम शिक्षकों की निगरानी में तो रहे।
एग्जिट समय बढ़ाया जाए
राजस्थान की एम.बी.ए. की स्टूडैंट ने कहा कि अगर हॉस्टलों को 24 घंटे के लिए नहीं खोला जाए तो एंट्री के साथ-साथ एग्जिट का समय भी बढ़ा देना चाहिए। लाईब्रेरी जाने का समय बढ़ा देना चाहिए। एमरजैसी में कहींजाना पड़ जाए कुछ ऐसे प्रवाधान कर देने चाहिए। ताकि गर्ल स्टूडैंट आसानी से बाहर जा सके। पंजाब की पूजा और हरियाणा की बबली ने कहा कि वह कैंपस में दो-तीन माह से ही हैं। हास्टलों को 24 घंटे के लिए नहीं खोला जाना चाहिए। अगर लड़कियों के साथ कुछ भी होगा तो भी पी.यू. प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
न खुले 24 घंटे हॉस्टल
हॉस्टल नंबर-5 में तीन साल से मलेरकोटला और लद्दाख की स्टूडैंट ने कहा कि हॉस्टलों के 24 घंटे खोलने की कोई जरूरत नहीं है। लड़कियों ने बताया कि लाईब्रेरी जाने के लिए पी.यू. प्रबंधन की ओर से प्रफोर्मा भरवाया जाता है। वापस आने पर टाईमिंग चैक करके लड़कियों की एंट्री करवा दी जाती है। रात को लड़कियों को बाहर जाने की जरूरत नहीं है। हॉस्टलों की साफ-साफई से जुड़े बहुत से मुद्दे हैं जो उठाए जाने चाहिए। लेकिन वह नहीं उठाए जा रहे हैं।
लड़कियां इसका मिसयूज करेंगी
हॉस्टल नंबर-6 की किरनप्रीत ने कहा कि अगर हॉस्टलों को 24 घंटे के लिए खोल दिया जाएगा तो काफी लड़कियां इसका मिसयूज करेंगी। हालांकि यह लड़कियों पर निर्भर करता है कि वह इस आजादी को किस तरह से प्रयोग करती हैं। इसके फायदे कम नुकसान ज्यादा हो सकते हैं।