Edited By Priyanka rana,Updated: 31 May, 2020 09:52 AM
शहर के 8 हजार से अधिक खिलाड़ियों का करियर दांव पर लग गया है। खेल मंत्रालय ने ऑर्चरी, जिम्नास्टिक, स्कूल गेम्स व रोइंग की मान्यता रदद् कर दी है।
चंडीगढ़(लल्लन) : शहर के 8 हजार से अधिक खिलाड़ियों का करियर दांव पर लग गया है। खेल मंत्रालय ने ऑर्चरी, जिम्नास्टिक, स्कूल गेम्स व रोइंग की मान्यता रदद् कर दी है। खेल मंत्रालय ने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि कई एसोसिएशन में लड़ाई चल रही है और कई एसोसिएशन के चुनाव नहीं हुए हैं।
मान्यता रदद् होने के कारण खिलाड़ी किसी बड़े टूर्नामैंट में नहीं खेल सकते हैं। सबसे ज्यादा नुक्सान स्कूलों में खेल रहे बच्चों का है। मंत्रालय ने स्कूल गेम्स फैडरेशन ऑफ इंडिया को भी रद्द कर दिया है।
5 हजार से ज्यादा स्टूडैंट्स इंटर स्कूल गेम्स खेलते हैं :
फैडरेशन की तरफ से शहर के सरकारी व निजी स्कूलों के खिलाड़ियों के बीच मुकाबले का आयोजन किया जाता है। इसके बाद बेहतरीन खिलाड़ियों का चयन स्कूल नैशनल के लिए किया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में शहर से 5 हजार से अधिक खिलाड़ी भाग लेते हैं। टॉप थ्री को चंडीगढ़ खेल विभाग की तरफ से स्कॉलरशिप दी जाती है। वहीं, इन खिलाड़ियों में से खेलो इंडिया के लिए भी चयन किया जाता है।