Edited By Priyanka rana,Updated: 30 Sep, 2018 08:49 AM
चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड की नीड बेस चेंज को लेकर शनिवार को हुई प्रशासन की मीटिंग में डेढ़ घंटे के गहन चिंतन के बाद लगभग सभी बदलावों को अप्रूवल दे दी गई है।
चंडीगढ़(राजिंद्र) : चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड की नीड बेस चेंज को लेकर शनिवार को हुई प्रशासन की मीटिंग में डेढ़ घंटे के गहन चिंतन के बाद लगभग सभी बदलावों को अप्रूवल दे दी गई है।
अब इस प्रस्ताव को अंतिम मोहर के लिए 5 अक्तूबर को होने वाली बोर्ड मीटिंग में रखा जाएगा। बोर्ड ने इस प्रस्ताव में कुछ कंडीशन जरूर लगाई है, जिसके तहत अब अलॉटी अपने मकानों में बदलाव के लिए फाइल को पैनल आर्किटैक्ट से सैल्फ सर्टिफिकेशन करवाकर सबमिट कर सकेंगे। बालकनी को पूरी कवर करने को बोर्ड ने अप्रूव नहीं किया है।
बोर्ड ने कहा कि ऐसे बदलावों के लिए चीफ फायर ऑफिसर से मंजूरी लेनी जरूरी होगी। बोर्ड ने कहा कि अगर किसी ने बालकनी आगे बढ़ाई हुई है और वह आगे बिजली के तारों को टच कर रही थी तो बोर्ड द्वारा अप्रूवल नहीं दी जाएगी। वहीं बोर्ड बरामदों को पूरा कवर कर कमरा बनाने पर भी राजी नहीं है, क्योंकि ये सब बदलाव मकानों और लोगों के लिए खतरनाक है।
लोगों की मांग, पैनल्टी कम की जाए :
कमेटी सदस्य निर्मल दत्त ने बताया कि उन्होंने बोर्ड से 100 प्रतिशत बदलावों की मांग रखी है, ताकि मकानों में कोई तोडफ़ोड़ न हो। बोर्ड ने भी उनकी इस मांग पर विचार किया है और इस पर अंतिम फैसला तो बोर्ड की 5 अक्तूबर को होने वाली मीटिंग में ही होगा। इसके अलावा उन्होंने इन बदलावों पर पैनल्टी भी 200 रुपए प्रति स्क्वेयर फीट के हिसाब से लगाने की मांग की है, जबकि बोर्ड 500 रुपए प्रति स्क्वेयर फीट के हिसाब से लगाने पर विचार कर रहा है।
इससे पहले कमेटी ने अपार्टमैंट की लंबाई के हिसाब से आगे और पीछे 3 फीट की बॉलकोनी की अनुमति दी थी। ये अनुमति तभी ली सकती थी, जब बिल्डिंग में अपार्टमैंट के मालिक एक साथ इसके निर्माण के लिए राजी हों। इसके अलावा बालकनी और बरामदों में कुछ एरिया के अंदर आम डिजाइन के लिए ग्रिल लगाने की भी इजाजत दी थी।