चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी सर्वे से पता लगाएगी एयर पॉल्यूशन के कारण

Edited By Priyanka rana,Updated: 16 Jan, 2020 03:43 PM

chandigarh pollution control committee

चंडीगढ़ में एयर पॉल्यूशन के प्रमुख कारण क्या हैं। उनका कितना प्रतिशत है, इसका पता लगाने के लिए चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी एक सर्वे करवाने जा रही है।

चंडीगढ़(राजिंद्र) : चंडीगढ़ में एयर पॉल्यूशन के प्रमुख कारण क्या हैं। उनका कितना प्रतिशत है, इसका पता लगाने के लिए चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी एक सर्वे करवाने जा रही है। इसके लिए कमेटी एजैंसी हायर कर रही है, जिसके लिए इच्छुक एजैंसियों से आवेदन मांगे गए हैं। 

सर्वे में आए रिजल्ट के आधार पर ही प्रशासन द्वारा पॉलिसी बनाई जाएगी, ताकि एयर पॉल्यूशन को कंट्रोल करने के लिए सही मायने में ही कदम उठाए जा सकें। फिलहाल सिर्फ शहर की सड़कों पर चल रहे वाहनों को ही एयर पॉल्यूशन का प्रमुख कारण बता दिया जाता है, जबकि और भी कई कारण हैं। सर्वे से ही एयर क्वालिटी को खराब करने वाली बाकी चीजें और एक्टिविटीज का पता लगेगा। 

इस संबंध में चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी के मैंबर सैके्रटरी टी.सी. नौटियाल ने बताया कि शहर में एयर पॉल्यूशन के कई कारण हैं, जिनका पता लगाने के लिए ही वह सर्वे करवा रहे हैं। सर्वे के आधार पर ही वह इस संबंधित पॉलिसी बना सकेंगे। उन्होंने कहा कि स्टडी में ही ये पूरा पता लगेगा कि एयर पॉल्यूशन में वाहनों, इंडस्ट्री, रोड डस्ट व कंस्ट्रक्शन डिमोलिशन वेस्ट का कितना प्रतिशत है। फिलहाल पॉल्यूशन का प्रमुख कारण सिर्फ वाहनों से निकलने वाले धुएं को ही बता दिया जाता है। 

केंद्र सरकार ने दिए थे निर्देश :
बता दें कि चंडीगढ़ में भी एयर क्वालिटी लगातार खराब हो रही है और केंद्र सरकार ने भी बाकी शहरों के साथ ही चंडीगढ़ प्रशासन को एयर पॉल्यूशन को कम करने के लिए कहा है, जिसके लिए हाल ही में 10 करोड़ रुपए की ग्रांट भी दी गई थी। 

इसका कारण ये कि पिछले पांच वर्षों में चंडीगढ़ की हवा में बहुत छोटे-छोटे कण जो कई बीमारियों का कारण बनते हैं, का लैवल परमिशेबल लिमिट से ज्यादा रहा है। इसके चलते अगले तीन वर्षों में 35 परसैंट तक पॉल्यूशन को कम करने के निर्देश दिए गए हैं।

200 से ऊपर होती है पुअर एयर क्वालिटी, सेहत के लिए हानिकारक :
एयर क्वालिटी इंडैक्स 200 से ऊपर पुअर माना जाता है और 300 के ऊपर ये वैरी पुअर माना जाता है। जिस तरह से एयर क्वालिटी इंडैक्स बढ़ रहा है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि लोग जहरीली हवा में सांस ले रहे हैं। ये लोगों की सेहत के लिए हानिकारक है और सांस की बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए ये अधिक खतरनाक है। 

फैस्टीवल सीजन के दौरान काफी बढ़ गया था पॉल्यूशन लैवल :
शहर में इस बार फैस्टीवल सीजन के दौरान भी काफी पॉल्यूशन बढ़ गया था। पॉल्यूशन का स्तर इतना चले गया था कि ये सांस के मरीजों के लोगों के लिए काफी खतरनाक था। यही कारण है कि पटाखों को लेकर भी समयसीमा तय की थी लेकिन बावजूद इसके इसमें कमी नहीं आई। दीवाली पर तो पॉल्यूशन का स्तर काफी बढ़ गया था। 

इस बार दीवाली से पहले ही शहर की हवा दूषित होनी शुरू हो गई थी लेकिन दीवाली पर एयर क्वालिटी इंडैक्स पिछले साल से भी अधिक रहा था। इसे लेकर विभाग ने चैकिंग की थी, जिसमें सैक्टर-22 में पिछली दीवाली एयर क्वालिटी इंडैक्स जहां 311 के करीब था, वहीं इस बार दीवाली पर बढ़कर ये 371 के करीब पहुंच गया था। इसी तरह सैक्टर-17 में पिछली बार के मुकाबले सबसे अधिक बढ़ौत्तरी हुई थी। इसमें पिछली बार जहां एयर क्वालिटी 177 के करीब थी, इस दीवाली पर ये बढ़कर 247 के करीब पहुंच गई थी। 
 

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