Edited By AJIT DHANKHAR,Updated: 04 Mar, 2021 11:31 PM
इज ऑफ लिविंग-इंडैक्स रैंकिंग-2020 के नतीजे घोषित, पहले था 5वें स्थान पर
चंडीगढ़ (राय): रहने के लिए सबसे बेहतर शहर (इज आफ लिविंग-इंडैक्स रैंकिंग-2020) में चंडीगढ़ इस बार 54.40 अंकों के साथ 29वें स्थान पर है। देश के 111 शहरों में किए गए सर्वे के नतीजे वीरवार को केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री हरदीप पुरी ने दिल्ली में घोषित किए। ज्ञात रहे कि वर्ष 2018 के सर्वे में चंडीगढ़ पांचवें स्थान पर आया था। यह सर्वे जनवरी, 2020 में शुरू हुआ था और गत वर्ष मार्च माह तक चला।
लोगों के फीडबैक के सर्वे में 30 प्रतिशत अंक मिलने थे और उन्हें शहर में दी जा रही सुविधाओं के संबंध में 24 सवालों पर फीडबैक देनी थी। ईज ऑफ लिविंग इंडैक्स रैंकिंग-2020 के नतीजों के अनुसार देश में 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में रहने के लिए बैंगलुरू 66.70 अंकों के साथ सबसे बेहतर शहर बना और 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों में शिमला 60.90 अंकों के साथ पहले नंबर पर है।
निगम के जागरूकता कार्यक्रम नहीं आए काम
चंडीगढ़ में रहने की गुणवत्ता, सुरक्षा, विकास, चिकित्सा और शिक्षा जैसी सारी सुविधाएं बेहतरीन हैं लेकिन फिर भी 29वां रैंक मिलना हैरानीजनक है। कोरोना से पहले नगर निगम ने इस सर्वे में लोगों की अधिक से अधिक भागीदारी के लिए अनेक प्रयास किए थे। सुखना झील जैसे स्थलों पर सुबह-शाम सैर करने आने वालों के लिए विशेष स्टाल लगाकर उनकी भागीदारी सुनिश्चित की गई और जगह-जगह इस सर्वे में भाग लेने के लिए पोस्टर, बैनर लगाए गए। लोगों को जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया था।
यह दुर्भाग्यपूर्ण है: बिट्टू
फैडरेशन ऑफ सैक्टर्स वैल्फेयर एसोसिएशन ऑफ चंडीगढ़ के चेयरमैन बलजिंदर सिंह बिट्टू ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शहर ने इतना खराब प्रदर्शन किया है। इससे स्पष्ट है कि नागरिकों को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। चंडीगढ़ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि देश में चंडीगढ़ नगर निगम का परफॉर्मैंस में 23वें रैंक व लिविंग इंडैक्स में 29वें रैंक पर आना बेहद ही चिंताजनक बात है। उनका कहना था कि भाजपा सांसद किरण खेर का गायब रहना और नगर निगम में भाजपा के पार्षदों का अनुभविहीन होने का नतीजा शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
14 श्रेणियों पर आंका
इस सर्वे के लिए बनाई गई 14 श्रेणियों में शहर की शिक्षा का स्तर, स्वास्थ्य, आवास और आश्रय, साफ सफाई, ट्रांसपोर्ट सिस्टम, सुरक्षा व्यवस्था, आर्थिक विकास का स्तर, आर्थिक अवसर, पर्यावरण, ग्रीन एरिया, बिल्डिंग, एनर्जी खपत की समीक्षा की गई। इसके बाद वहां के लोगों के बीच सर्वे किया गया। देशभर में इस सर्वे में करीब 32.20 लाख लोगों ने अपनी राय दी। यह राय ऑनलाइन फीडबैक, क्यू आर कोड, फेस टू फेस सहित कई माध्यमों के जरिए लिया गया। उसके बाद सभी 111 शहरों की समीक्षा करने के बाद उनकी रैंकिंग दी गई।