Edited By Priyanka rana,Updated: 01 Sep, 2019 09:39 AM
17 अगस्त को गुजरात से छत्तबीड़ जू में लाए गए शेर अक्षत ने शनिवार को कम्पाऊंडर गोपाल दास की उंगली पर दांत मार दिया।
जीरकपुर(गुरप्रीत) : 17 अगस्त को गुजरात से छत्तबीड़ जू में लाए गए शेर अक्षत ने शनिवार को कम्पाऊंडर गोपाल दास की उंगली पर दांत मार दिया। कर्मचारी को एंटी रैबीज इंजैक्शन लगवाने पड़े। जू के डायरैक्टर एम. सुधाकर का कहना है कि किसी भी नए जानवर को नए माहौल में ढलने के लिए आमतौर पर 3 से 4 हफ्ते का समय लगता है।
5 दिन से सिर्फ सूप ही पी रहा :
17 अगस्त को गुजरात से शेर अक्षित, शेरनी दृष्टि और सफेद मादा बाघिन गोरी को यहां लाया गया था। उन्होंने कहा कि जू में पहुंचे 3 नए मेहमानों का स्वास्थ्य ठीक है और उनकी लगातार निगरानी और चिकित्सा जांच की जा रही है।
शेर अक्षत को 15 दिनों बाद भी जू के माहौल में ढलने में परेशानी आ रही है। वह 15 दिनों से सिर्फ सूप ही पी रहा है। उन्होंने कहा कि कम्पाऊंडर को उंगली पर ज्यादा गहरे घाव नहीं आए हैं फिर भी एहतियातन एंटी रैबीज इंजैक्शन लगवाया गया है।