Edited By Ajay Chandigarh,Updated: 28 Jul, 2022 07:39 PM
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा किसान कल्याण प्राधिकरण खेती और किसानों को आगे बढ़ाने के लिए जल्द विजन डॉक्यूमैंट-2047 तैयार करे। इसके साथ-साथ प्राधिकरण, किसान कल्याण के लिए खेती से जुड़ी अलग-अलग कमेटियों का भी गठन करे, ताकि इनके...
चंडीगढ़,(बंसल): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा किसान कल्याण प्राधिकरण खेती और किसानों को आगे बढ़ाने के लिए जल्द विजन डॉक्यूमैंट-2047 तैयार करे। इसके साथ-साथ प्राधिकरण, किसान कल्याण के लिए खेती से जुड़ी अलग-अलग कमेटियों का भी गठन करे, ताकि इनके सुझावों को भविष्य में सरकार द्वारा क्रियान्वित किया जा सके। मुख्यमंत्री आज हरियाणा निवास में हरियाणा किसान कल्याण प्राधिकरण की दूसरी बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान प्राधिकरण एक सुपर ङ्क्षथक टैंक का काम करेगा। इसके तहत खारा पानी, जलभराव, मछली पालन, मधुमक्खी पालन, मुर्गीपालन, मशरूम फॉॄमग, ऑर्गेनिक खेती, माइक्रो इरिगेशन आदि विषयों पर कमेटियों का गठन किया जाना चाहिए। उन्होंने प्राधिकरण को निर्देश दिए कि इन अलग-अलग कमेटियों में संबंधित क्षेत्रों के शोधकर्ताओं, विशेषज्ञों, राष्ट्रीय अवॉर्डी किसानों आदि को शामिल किया जाए। ये कमेटियां संबंधित क्षेत्रों पर गहनता से कार्य करें और सरकार को सुझाव दें ताकि किसानों की आमदनी को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाया जा सके और बेहतर फसल ली जा सके।
-किसानों के स्किल डिवैल्पमैंट के भी सुझाव दे प्राधिकरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान प्राधिकरण खेती के साथ-साथ किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए उनके स्किल डिवैल्पमैंट से जुड़े सुझाव भी दे। ताकि किसानों को प्रशिक्षण देकर उन्हें आगे बढ़ाया जा सके। किसानों के हित के लिए ही इस प्राधिकरण का गठन किया गया है। इसमें सरकार के सदस्यों के साथ-साथ खेती, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य आदि के विशेषज्ञों को सदस्यों के तौर पर शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि कमेटियों का गठन जल्द से जल्द किया जाए और प्राधिकरण की अगली बैठक भी अतिशीघ्र हो। इस बैठक में बिजली मंत्री रणजीत सिंह, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जय प्रकाश दलाल, मुख्य सचिव संजीव कौशल, ए.सी.एस. पी.के. दास, देवेंद्र सिंह, टी.वी.एस.एन. प्रसाद, सुमिता मिश्रा, अंकुर गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, कुलपति बी.आर. कम्बोज, कुलपति समर सिंह व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।