Edited By pooja verma,Updated: 08 May, 2019 07:49 PM
पैसे लेकर भी कंपनी पसंद की नौकरी नहीं दिला पाई, जिसके चलते शिकायतकर्ता को परेशानी का सामना करना पड़ा।
चंडीगढ़ (राजिंद्र): पैसे लेकर भी कंपनी पसंद की नौकरी नहीं दिला पाई, जिसके चलते शिकायतकर्ता को परेशानी का सामना करना पड़ा। फोरम ने कंपनी को सेवा में कोताही का दोषी क रार दिया है।
फोरम ने निर्देश दिए हैं कि कंपनी शिकायतकर्ता को बाकी बची 8160 रुपए की राशि रिफंड करें। साथ ही मानसिक पीड़ा और उत्पीडऩ के लिए सात हजार रुपए मुआवजा और पांच हजार रुपये मुकदमा खर्च भी देने के निर्देश दिए हैं।
आदेश की प्रति मिलने पर 30 दिन के अंदर इन आदेशों की पालना करनी होगी, नहीं तो कंपनी को रिफंड और मुआवजा राशि पर 12 प्रतिशत वार्षिक की दर से ब्याज भी देना होगा। ये आदेश जिला उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम-1 ने सुनवाई के दौरान जारी किए।
यह है मामला
सैक्टर-20 बी चंडीगढ़ निवासी सतबीर सिंह ने फोरम में क्राऊन इंटरनैशनल, सैक्टर-34 ए चंडीगढ़ और यूनिवर्सल ग्रुप, फेज-1 मोहाली के खिलाफ फोरम में शिकायत दी थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि हरियाणा सरकार से अपनी रिटायरमैंट के बाद वह प्राइवेट सैक्टर में अपने लिए पसंद की नौकरी तलाश रहे थे।
इस दौरान उन्होंने क्राऊन इंटरनैशनल की एडवरटाइजमैंट देखी, जिसमें सुपरवाइजर के लिए जॉब ओपनिंग बताई जा रही थी। अपनी पसंद की नौकरी के लिए उन्होंने उक्त कंपनी से संपर्क किया और इसके लिए 2160 रुपए रजिस्ट्रेशन फीस भी जमा करवा दी। इसके बाद कंपनी ने उन्हें एक कार्ड भी इश्यू किया और जॉब प्लेसमैंट के लिए यूनिवर्सल ग्रुप के पास जाने के लिए बोला।
कंपनी के पास जाने पर उन्हें 12 हजार 500 रुपए की और राशि भी जमा करवानी पड़ी, जो शिकायतकर्ता द्वारा क्लेम की गई सैलरी का 50 प्रतिशत था। शिकायतकर्ता ने कहा कि ये अमाऊंट डिपॉजिट करवाने के बाद कंपनियां उसको पसंद की नौकरी दिलाने में पूरी तरह से असफल रही। शिकायतकर्ता को एक के बाद एक कई असफल इंटरव्यू में बिठाया गया, जिससे उनका आत्मविश्वास भी कम हो गया।
नौकरी की जगह उदासीनता हासिल करने के बाद उन्होंने अपना अमाऊंट रिफंड करने की मांग की, लेकिन यूनिवर्सल ग्रुप ने पूरा अमाऊंट रिफंड करने की जगह उसे केवल 6500 रुपए ही रिफंड करें।
उन्होंने क्राऊन इंटरनैशनल से जब राशि रिफंड करने की मांग की तो उन्होंने इससे सिरे से नकार दिया, जिसके बाद ही उन्होंने इस संबंध में फोरम में शिकायत दी। दोनों कंपनियों ने फोरम में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने सेवा में कोई कोताही नहीं बरती।