Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jul, 2018 12:20 PM
सिटको की टॉप लेवल मैनेजमेंट एक व्यक्ति के हाथों में दिए जाने पर अब सवाल उठने लगे हैं। सिटको प्रोग्रोसिव यूनियन की ओर से गृह सचिव कम चेयरमैन सिटको अरुण कुमार गुप्ता के पास यह शिकायत दी है।
चंडीगढ़(विजय) : सिटको की टॉप लेवल मैनेजमेंट एक व्यक्ति के हाथों में दिए जाने पर अब सवाल उठने लगे हैं। सिटको प्रोग्रोसिव यूनियन की ओर से गृह सचिव कम चेयरमैन सिटको अरुण कुमार गुप्ता के पास यह शिकायत दी है। शिकायत में बताया गया है कि सीनियर मैनेजर फाइनैंस रजनीश दीवान के पास सिटको के फाइनांस सैक्शन के साथ-साथ कई अन्य अहम चार्ज भी हैं।
दीवान को तीन सिटको पेट्रोल स्टेशन, आई.डी.एफ.सी., सेल डिपो, कमर्शियल सेल के साथ-साथ सभी प्रकार की टैंडर प्रक्रिया की जिम्मेदारी भी है। यानि जो व्यक्ति कमर्शियल एक्टिविटी में शामिल है उसके पास ही फाइनैंशियल एक्टिविटी हैंडल करने की पॉवर दी गई है।
इससे फाइनैंस विंग द्वारा ऑपरेशन विंग पर चैक रखने का कांसैप्ट ही खत्म हो रहा है। इसका सीधा असर बोर्ड ऑफ डायरैक्टर्स के पास सब्मिट होने वाली वार्षिक स्टेटमैंट पर भी पड़ सकता है, जिसमें ऑर्गनाइजेशन की फाइनैंशियल कंडीशन के बारे में डिटेल होती है।
तुरंत वापस लिए जाएं अतिरिक्त चार्ज :
यूनियन के चेयरमैन कश्मीर चंद और प्रधान प्रेम लाल ने इस शिकायत में मांग की है कि रजनीश दीवान के एडीशनल चार्ज उनकी क्वालिफिकेशन को देखते हुए वापिस ले लिए जाएं। सिटको के भीतर ही योग्य व्यक्ति को चीफ अकाऊंट्स ऑफिसर, डी.जी.एम. रॉ मटीरियल और डी.जी.एम. टैक्नीकल की जिम्मेदारी सौंप दी जाए। अगर ऐसा न हो पाए तो अन्य विभाग के किसी कर्मचारी को ये अहम पद सौंपे जाएं।