Edited By pooja verma,Updated: 20 Jun, 2019 10:10 AM
सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान कृष्ण चड्ढा व निगम मेयर के बीच हुए विवाद के बाद चड्ढा को निलंबित करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है।
चंडीगढ़ (राजिंद्र) : सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान कृष्ण चड्ढा व निगम मेयर के बीच हुए विवाद के बाद चड्ढा को निलंबित करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। सफाई कर्मचारी यूनियन ने ऐलान किया है कि वीरवार से सफाई कर्मचारी निगम कार्यालय का घेराव करेंगे और शहर से कूड़ा नहीं उठाएंगे।
सुबह 11 बजे यूनियन के द्वारा भारी संख्या में एकत्रित होकर चंडीगढ़ नगर निगम कार्यालय का घेराव किया जाएगा। यूनियन के अनुसार अगर इसके बाद भी निगम ने अपना आदेश वापस न लिया तो आगे यूनियन पूरे शहर में चक्का जाम करेगी। वहीं यूनियन ने कहां कि मेयर नगर निगम कमिश्नर के.के. यादव को गुमराह कर रहे हैं।
आवाज दबाने के लिए निलंबित किया
सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान कृष्ण चड्ढा ने बताया कि उनके द्वारा डोर टू डोर गारबेज एकत्रित करने वाले कर्मियों के स्वास्थ्य को लेकर उन्होंने आवाज उठाई तो आवाज को दबाने के लिए निगम ने उनको निलंबित कर दिया है, लेकिन कानून के मुताबिक निगम ने निलंबित करने से पहले उनको शोकॉज नोटिस भी नहीं दिया।
इससे यह साफ होता है कि नगर निगम किसी के दबाव में आकर गैरकानूनी तरीके से आदेश जारी किए हैं। नगर निगम ने एक बार भी नहीं सोचा कि अगर शहर के सारे सफाई कर्मी अपना काम बंद कर हड़ताल पर चले जाएंगे तो शहर गंदगी की चपेट में आ जाएगा।
जोकि पहले से ही चंडीगढ़ स्वच्छता की रैंकिंग में काफी पिछड़ गया है और ऐसे में अब हड़ताल के बाद चंडीगढ़ की रैंकिंग में गिरावट आएगी। जिसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार मेयर राजेश कालिया और नगर निगम आयुक्त होंगे।
डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी के चेयरमैन ओमप्रकाश सैनी ने बताया कि वह एकजुट हैं और निगम की इस धक्केशाही के खिलाफ शहर का कूड़ा नहीं उठाएंगे।