Edited By Taranjeet Singh,Updated: 28 Feb, 2021 09:07 PM
कांग्रेसी नेताओं और विधायकों की आपसी लड़ाई कैप्टन सरकार के 4 साल की नाकामी को उजागर करती है
चंडीगढ़, (रमनजीत): कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा अपनी पार्टी के लगातार कमजोर होने के दावे और कुछ विधायकों द्वारा कांग्रेस सरकार के कामकाज पर सवाल उठाने के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी ने कहा है कि इसने कांग्रेस की वास्तविकता को उजागर किया है।
प्रदेशाध्यक्ष सांसद भगवंत मान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी केवल सत्ता के लिए लड़ रही है। उसके नेताओं को लोगों की कोई परवाह नहीं है। पंजाब के बाद अब राष्ट्रीय स्तर के कांग्रेस नेताओं ने भी हाईकमान के खिलाफ आवाज उठाई है जिससे पता चलता है कि कांग्रेस एक झूठी और लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने में असमर्थ पार्टी है। मान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए कई दिनों से आपस में लड़ रही है। एक तरफ कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने घोषणा की है कि कै. अमरेंद्र सिंह 2022 विधान सभा चुनाव में सी.एम. चेहरा होंगे। वहीं, विरोधी गुट के नेता कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री का चेहरा आलाकमान तय करेगा।
उन्होंने कहा कि 4 वर्षों में कैप्टन के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने किसी भी वायदे को पूरा नहीं किया। कैप्टन और उनके कांग्रेस नेताओं ने लोगों की आशाओं और उम्मीदों के साथ खेला जिस कारण जनता में उनके खिलाफ काफी गुस्सा है।
मान ने कहा कि कांग्रेस नेताओं और विधायकों की आपसी लड़ाई कांग्रेस पार्टी की 4 साल की विफलताओं को साबित करता है। पंजाब के हर वर्ग को मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह द्वारा लापरवाही बरतने के कारण काफी तकलीफ हुई है। मान ने कहा कि कै. अमरेंद्र लोगों की समस्याओं को सुनने के लिए 4 साल में एक दिन भी नहीं निकाल पाए, वे अपने शाही फार्महाऊस में अपने दोस्तों के साथ बैठक में व्यस्त हैं। आम आदमी पार्टी विधानसभा में और जनता के दरबार में कैप्टन सरकार के खराब प्रदर्शन को उजागर करेगी। जिस तरह अन्य राज्यों में कांग्रेस का सफाया हो गया, उसी तरह 2022 विधानसभा में पंजाब से भी कांग्रेस मिट जाएगी।