Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jun, 2018 10:19 AM
पंजाब यूनिवर्सिटी के मास कम्युनिकेशन डिपार्टमैंट में नए कोर्स पी.जी. डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन और पी.जी. डिप्लोमा इन रेडियो प्रोडक्शन कोर्स शुरू करने से पहले बोर्ड ऑफ स्टडीज की मीटिंग होगी।
चंडीगढ़ (हंस): पंजाब यूनिवर्सिटी के मास कम्युनिकेशन डिपार्टमैंट में नए कोर्स पी.जी. डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन और पी.जी. डिप्लोमा इन रेडियो प्रोडक्शन कोर्स शुरू करने से पहले बोर्ड ऑफ स्टडीज की मीटिंग होगी। मीटिंग में अगर इन कोर्सिज को अप्रूवल मिलती है तो ये सैशन-2018-19 से शुरू हो सकेंगे। मंगलवार को पी.यू. में हुई अकेदमिक काऊंसिल की मीटिंग में यह निर्णय लिया गया।
मीटिंग में प्रो. गुरमीत ने कहा कि दोनों कोर्सिज के लिए कोई बोर्ड ऑफ स्टडी की मीटिंग नहीं हुई। कोर्सिज को सर्कुलेशन में लाकर पास कर दिया गया, हमें सर्कुलेशन के मिनटस भी नहीं दिए गए। कोर्स के सिलेबस आदि से जुड़ी कोई कागजी कार्रवाई पूरी नहीं हुई है।
प्रो. कर्मजीत ने कहा कि बोर्ड ऑफ स्टडी की मीटिंग होनी चाहिए। प्रो. मुकेश अरोड़ा ने कहा कि कोर्स शुरू करने से पहले सभी नियम पूरा करने चाहिए। वी.सी. प्रो. अरुण ग्रोवर ने कहा कि कोर्सिज को पहले बोर्ड ऑफ स्टडीज की मीटिंग में जाया जाएगा अगर वहां से अप्रुवल मिलने पर ही ये शुरू होंगे।
नया कोर्स शुरू करने की जरूरत नहीं: प्रो. गिल
मीटिंग में मुद्दा उठा कि एम.ए. इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन व पब्लिक पॉलिसी कोर्स कुछ गैस्ट फैकल्टी को रैगुलर जॉब देने के लिए शुरू किया जा रहा है। जबकि कोर्स के लिए जो सिलेबस तैयार हुआ है वह 90 फीसदी एक जैसा है।
ऐसे में इस कोर्स की कोई जरूरत नहीं है। प्रो. राजेश गिल ने कहा कि जब नए और पुराने कोर्स का सिलेबस एक सा है तो इन्हें शुरू करने की क्या जरूरत है? सीनेटर चमन लाल ने भी ऑब्जैक्शन उठाई।
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन वाला स्टूडेंट्स ही करे एम.फिल
लॉ, बिजनैस मैनेजमैंट व कामर्स, फैकल्टी ऑफ आट्र्स में 55 फीसदी अंक पाने वाले स्टूडैंट पब्लिकएडमिनिस्ट्रेशन में एम.फिल. कर सकेंगे। हालांकि इस पर प्रो. गिल ने आपत्ति जताई।
उन्होंने कहा कि जिस स्टूडैंट ने एम.ए. में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई नहीं की वह कैसे इसमें एम.फिल. कर सकता है। प्रो. पैम राजपूत ने कहा कि सोशल साइंस में स्टूडैंट किसी भी स्ट्रीम में कोर्स कर सकते हैं। सीनेटर चमन लाल ने कहा कि यह डीबेट का मुद्दा है।
शुरू होंगे एम.ए. एजुकेशन में इंस्ट्रक्शनल टैक्नोलाजी कोर्स
पी.यू. के एजुकेशन विभाग में सैशन 2018-19 से गाइडेंस एंड काऊंसलिंग और एम.ए. एजुकेशन में इंस्ट्रक्शनल टैक्नोलॉजी कोर्स शुरू होंगे। बैठक में मुद्दा उठा कि ये कोर्स प्रोफैशनल कोर्स हैं, फिर इन्हें क्यों एजुकेशन विभाग में शुरू किया जा रहा है। हालांकि ऑब्जैक्शन के बावजूद कोर्स शुरू करने पर मोहर लग गई।
कोर्स एम.एड (जी एंड सी) और एम.एड (ई.टी.) की जगह शुरू हो रहे हैं। बैठक में वी.सी. प्रो. अरुण ग्रोवर, डी.यू.आई. शंकर झा, डी.एस.डब्ल्यू. प्रो. नाहर, डी.एस.डब्ल्यू. वूमैन प्रो. नीना कपलाश, प्रो. दविंद्र मेहता, सीनेट प्रो. अक्षय, विभागों के चेयपर्सन, विभिन्न कालेजों के प्रिंसीपल मौजूद थे।