Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Jan, 2018 04:07 PM
फेज-3 बी 1 में पुराने कोर्ट कापलैक्स के बाहर व अंदर हो चुकी वारदातों के बाद भी मोहाली पुलिस को कोर्ट काम्पलैक्स में सुरक्षा की कोई परवाह नहीं है।
मोहाली(राणा) : फेज-3 बी 1 में पुराने कोर्ट कापलैक्स के बाहर व अंदर हो चुकी वारदातों के बाद भी मोहाली पुलिस को कोर्ट काम्पलैक्स में सुरक्षा की कोई परवाह नहीं है। सैक्टर-76 में कुछ ही महीने पहले शिफ्ट हुए कोर्ट काम्पलैक्स में सुरक्षा व्यवस्था राम भरोसे छोड़ी गई है। ऐसे में यहां कोई भी अपराधी किसी भी संगीन वारदात को अंजाम देकर आसानी से फरार हो सकता है।
कोर्ट परिसर के बाहरी गेट पर पुलिस सुरक्षा तो है मगर वह किसी को चैक नहीं करते हां जहां जज व कैदी है वहां पर जरूर चैकिंग व्यवस्था की गई है। ऐसे में कोर्ट काम्पलैक्स में हथियार लेकर कोई भी आसानी से दाखिल होकर वारदात को अंजाम दे सकता है। यहीं नहीं कोर्ट के बाहर ट्रैफिक की भी काफी खस्ता हालत है बाहरी सडक पर वाहनों की तीन-तीन लाइने लगी होती है और ट्रैफिक पुलिस आराम से खड़ी सिर्फ देखती ही रहती है।
कुछ ही दूरी पर खड़ी होती है ट्रैफिक पुलिस की इंटरसैप्टर :
कोर्ट से कुछ ही दूरी पर ट्रैफिक की इंटरसैप्टर खड़ी चालान काट रही होती है। जबकि कोर्ट के बाहर लोग अपनी गाडिय़ां सड़कों पर ही खड़ी कर चले जाते हैं। वाहनों की सड़क के दोनों तरफ व एक लाइन बीच में लगी होती है जिससे वहां से गुजरने वालें लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
जबकि कोर्ट की सुरक्षा में तैनात पुलिसपार्टी भी कोर्ट काम्पलैक्स के सामने खड़ी होती है उनकी ओर से भी कोई ऐतराज नहीं किया जाता। जबकि कोर्ट के मुख्य गेट व पूरी दीवार के पास वाहनों की कतार लगी पड़ी है।
पुराने कोर्ट काम्पलैक्स में हुई वारदातें :
-10 अगस्त 2011 को हत्या के मामले में एक गवाह पर तेजधार हथियारों से हमला किया गया।
-22 मई 2012 को कोर्ट काम्पलैक्स के बाहर सौदागर नामक व्यक्ति की कुल्हाड़ी मार हत्या कर दी गई।
-21 नवंबर 2011 को एक अपराधी ने पुलिस के साथ मारपीट करते हुए अपनी पगड़ी को आग लगा दी।
-7 अक्तूबर 2011 को एक व्यक्ति पर दूसरे गुट के लोगों ने गोलियां चला दीं। इस घटना में एक अन्य व्यक्ति भी घायल हो गया था।