Edited By Priyanka rana,Updated: 19 Feb, 2020 12:01 PM
करीब चार साल पहले फेज-1 के इंडस अस्पताल में काम करने वाली लेडी डॉक्टर यशुमति की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी।
मोहाली(राणा) : करीब चार साल पहले फेज-1 के इंडस अस्पताल में काम करने वाली लेडी डॉक्टर यशुमति की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। परिवार वालों ने हत्या का संदेह जताया था। इसी मामले में पुलिस ने अब खरड़ में क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर नितीश कुमार के खिलाफ धारा-306 के तहत चार्जशीट दाखिल कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, 8 जून 2015 को संदिग्ध परिस्थितियों में यशुमति की मौत हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने विसरा जांच के लिए दो लैबों में भेज गया था, जबकि पुलिस ने यशुमति की फोन कॉल, व्हाट्सएप डिटेल खंगालना शुरू कर दी थी। हालांकि उस समय पुलिस ने किसी पर केस दर्ज नहीं किया था। काफी समय तक पुलिस इस मामले को हल्के में लेती रही।
हालांकि, जिन लोगों पर उसके परिजनों ने संदेह जताया था पुलिस ने उनसे पूछताछ की, लेकिन मामला ठंडा पड़ता देख हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के गांव सेरला खाबू की रहने वाली डॉ. यशुमति के पिता मोरध्वज शास्त्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई थी। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया था।
यह था मामला :
पुलिस ने इंडस अस्पताल की डॉ. यशुमति केस में मोहाली सैक्टर-71 निवासी खरड़ स्थित एक क्लीनिक के संचालक डॉ. नीतिश के खिलाफ केस दर्ज किया था। वह यशुमति का दोस्त बताया गया है। डॉ. यशुमति की आठ जून 2015 को संदिग्ध परिस्थितियों में लाश मिली थी।
हत्या का मामला बताते हैं परिजन :
परिजनों का आरोप था कि जब उन्हें फेज-6 के सिविल अस्पताल की मोर्चरी में डॉ. यशुमति का शव दिखाया गया था, तब उसके मुंह से खून निकल रहा था। बाजू पर नीले रंग के निशान थे। इसके बावजूद उस समय पुलिस ने किसी पर केस दर्ज नहीं किया था।