Edited By Priyanka rana,Updated: 11 Dec, 2018 11:18 AM
छत्तबीड़ चिडिय़ाघर में हाथी राज मंगल की सोमवार को मौत हो गई। राजमंगल दो महीनों से बीमार था।
जीरकपुर(गुरप्रीत) : छत्तबीड़ चिडिय़ाघर में हाथी राज मंगल की सोमवार को मौत हो गई। राजमंगल दो महीनों से बीमार था। करीब 70 वर्षीय राज मंगल को साल 1997 में हरियाणा के रोहतक से छत्तबीड़ जू में लाया गया था।
जू प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार राजमंगल वर्ष 1997 तक हरियाणा के रोहतक शहर में किसी साधू के पास था। इस दौरान यह एक बार बेकाबू हो गया था। इसके बाद इसे यहां जू में लाया गया। यहां करीब 20 साल रहने के बाद राज मंगल बीते दो महीने से बहुत बीमार चल रहा था और डाक्टर इसकी देख-रेख कर रहे थे।
रात को ज्यादा बिगड़ गई थी तबीयत :
मंगल की मौत की पुष्टि करते चिडिय़ाघर के फील्ड डायरैक्टर डा. एम सुधाकर ने बताया कि बीती रात मंगल की सेहत ज्यादा खराब हो गई थी। सुबह करीब साढ़े नौ बजे डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।उन्होंने बताया कि इस हाथी के दांत बहुत दुर्लभ थे, जिनको सहेज लिया गया है। राज मंगल का तीन डाक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम करवा कर उसे देर शाम दफना दिया गया।