Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jul, 2018 11:54 AM
हर लड़के के मन में शादी को लेकर लाखों सपने होते हैं। लेकिन अब कहीं यह सपने आपके घोड़ी चढ़ने से पहले ही न टूट जाएं
चंडीगढ़ : हर लड़के के मन में शादी को लेकर लाखों सपने होते हैं। लेकिन अब कहीं यह सपने आपके घोड़ी चढ़ने से पहले ही न टूट जाएं क्योंकि अब लड़के को घोड़ी चढ़ने से पहले डोप टैस्ट करवाना पड़ सकता है। नशे के कारण हो रहे बर्बाद परिवारों की बढ़ती संख्या को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन दूल्हे का डोप टैस्ट करवाने को तैयार है। लेकिन इस मंजूरी को दूल्हे की इच्छा पर छोड़ा गया है।
आजकल नशा ही घर की बर्बादी का कारण बन रहा है और कोई भी माता-पिता अपनी लड़की का विवाह किसी नशेड़ी से नहीं करवाना चाहते। जिसमें डोप टैस्ट लोगों के लिए काफी मददगार साबित होगा। जस्टिस रितु बाहरी ने नशे से संबंधित एक मामले की सुनवाई के दौरान पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ को आदेश दिया था कि सिविल अस्पतालों में क्यों नहीं ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि घोड़ी चढ़ने से पहले दूल्हों का डोप टैस्ट करवाया जाए।
उनका कहना था कि कोर्ट में आने वाले अधिकतर पारिवारिक विवादों में नशे का सेवन परिवारों को तोड़ने का कारण बनता है। ऐसे में शादी से पहले यह जाँच लेना कि दूल्हा नशा करता है कि नहीं बहुत जरूरी और परिवारों को टूटने से बचाने में मददगार साबित हो सकता है। इसके बाद यू.टी. प्रशासन के वकील सुकांत गुप्ता ने कोर्ट को सूचित किया टैस्ट करवाने में कोई समस्या नहीं है, लेकिन दूल्हे की सहमति हो।