Edited By pooja verma,Updated: 31 Dec, 2019 11:22 AM
निगम ने शहरवासियों को आने वाले नए वर्ष का तोहफा पानी और प्रॉपर्टी टैक्स के रेट में बढ़ौत्तरी करके दिया है।
चंडीगढ़ (राय): निगम ने शहरवासियों को आने वाले नए वर्ष का तोहफा पानी और प्रॉपर्टी टैक्स के रेट में बढ़ौत्तरी करके दिया है। पानी के रेट डबल से भी ज्यादा कर दिए गए हैं। मेयर राजेश कुमार कालियाकी अगुवाई में सदन की हुई इस वर्ष की अंतिम बैठक शहरवासियों की जेब पर बोझ डालने वाली साबित हुई। पानी के रेट बढऩे के एजैंडे का कांग्रेसी पार्षदों ने विरोध किया और जब एजैंडा पास कर दिया गया तो कांग्रेसी पार्षदों ने सदन से वाकआऊट कर दिया। बबला ने कहा कि यह शहर के लोगों के लिए ठीक नहीं है। जब तक घरों में 24 घंटे पानी न आए तब तक पानी का रेट नहीं बढ़ाना चाहिए।
कमर्शियल गतिविधियों पर चार्ज भी कमर्शियल
वाटर टैरिफ के अलावा शहरवासियों को प्रॉपर्टी टैक्स में 20 से 25 प्रतिशत बढ़ा हुआ अदा करना पड़ेगा, इसके साथ ही वाटर बायलॉज में संशोधन का प्रस्ताव भी पारित कर दिया गया। इसमें जिन घरों में कमर्शियल गतिविधियों ढाबे, दुकान य टिफिन सॢवस जैसे कार्य हो रहे हैं, उनसे पानी का घरेलू की बजाय कमर्शियल चार्ज वसूला जाएगा। वहीं, ऊपर से तीस प्रतिशत सीवरेज सैस की नोटिफिकेशन पहले ही हो चुकी है।
दोपहर को भी दो घंटे मिलेगा पानी
वहीं, बहस के बीच निगम आयुक्त के पूछे जाने पर चीफ इंजीनियर शैलेंद्र सिंह ने कहा कि नए साल के पहले हफ्ते में दोपहर को भी पानी की सुविधा शुरू कर दी जाएगी। इस ऐलान के साथ ही भाजपा पार्षदों ने खुशी में यह कहना शुरू कर दिया कि नए साल पर शहरवासियों को दो घंटे अतिरिक्त पानी मिलने लगेगा। इसी दौरान वॉटर टैरिफ के एजैंडे को पारित कर दिया गया।
कांग्रेसी पार्षदों का विरोध काम न आया
वाटर टैरिफ बिल के एजैंडे पर विपक्षी पार्टी के पार्षदों का विरोध महज औपचारिक और प्रभावविहीन साबित हुआ। सदन में पांच में से तीन मौजूद विपक्षी पार्षदों ने वाकआऊट किया भी तो उसका सदन पर कोई असर नहीं पड़ा। मेयर के इशारे पर वाटर टैरिफ के 17 पेजों का एजैंडा बिना विस्तृत चर्चा के थोड़े-बहुत विरोध के बीच चंद मिनटों में पारित कर दिया गया।
जब सदन में सदन में मौजूद तीनों पार्षद देविंद्र सिंह बबला, गुरबख्श रावत और शीला फूल सिंह सीट छोड़कर सदन से जाने लगे तो एक मिनट के लिए उन्हें भाजपा पार्षदों ने मनाकर वापस सीट पर बिठा लिया था, लेकिन जब तीन एजैंडे शेष रहे गए थे तब तीनों ने फिर से सदन से बाहर कूच कर दिया।
बबला का मेयर पर निशाना, आप काला धब्बा साथ लेकर जा रहे मेयर का पलटवार, मैं ऐतिहासिक काम करके जा रहा
बबला ने सदन से जाते वक्त मेयर पर निशाना साधते कहा कि आप काला धब्बा साथ लेकर जा रहे हैं, जवाब में मेयर ने पलटवार करते हुए कहा कि वह तो ऐतिहासिक काम करके जा रहे हैं।
पूरी बहस में कांग्रेस का मत था कि शहर में 24 घंटे पानी की सप्लाई पूरी तरह से सुविधा उपलब्ध नहीं है, जबकि जवाब में मेयर सहित सत्तापक्ष भाजपा पार्षदों का कहना था कि 29 एम.जी.डी. पानी परियोजना के उद्द्घाटन के साथ जल आपूर्ति भी शुरू हो चुकी है।
इस बीच बबला ने धक्केशाही, मनमर्जी के आरोप लगाए और कहा कि यह शहर के लोगों के लिए ठीक नहीं है। जवाब में मेयर ने कहा कि आप राजनीति न करें, आप चाहे तो मैं आपकी आपत्ति दर्ज करवा सकता हूं, हम शहर को अतिरिक्त पानी की सुविधा दे रहे हैं।