Edited By Priyanka rana,Updated: 12 Sep, 2019 10:53 AM
पंजाब यूनिवर्सिटी में ई-रिक्शा वालों की मनमानी से स्टूडैंट्स परेशान हैं। लेकिन पी.यू. प्रशासन मौन बना बैठा है।
चंडीगढ़(वैभव) : पंजाब यूनिवर्सिटी में ई-रिक्शा वालों की मनमानी से स्टूडैंट्स परेशान हैं। लेकिन पी.यू. प्रशासन मौन बना बैठा है। इसी वजह से इनके हौसले बुलंद हैं। ई-रिक्शा के चालक स्टूडैंट्स को गेट नंबर 1 बैठाकर कुछ दूरी जाकर कहते हैं यह मेरा रूट नहीं और दूसरे ई-रिक्शा में शिफ्ट कर देते हैं।
अगर ऐसा है तो इन्हें छात्रों को बैठाना ही नहीं चाहिए। इससे बच्चों का समय बर्बाद होता है और क्लास में लेट पहुंचते हैं। सैक्टर-14 कैंपस में ई-रिक्शा वाले बिना किसी हिचकिचाहट के चले जाते हैं, लेकिन सैक्टर-25 साऊथ कैंपस जाने के लिए चालक मना कर देते हैं। अगर कोई चालक स्टूडैंट्स को बैठाता भी है तो पूरे कैंपस के चक्कर काटने के बाद डैंटल जाते हैं।
पैदल जाते हैं स्टूडैंट्स :
ई-रिक्शा के न जाने पर स्टूडैंट्स को करीब डेढ़ किलो मीटर का सफर पैदल तय करना पड़ता है। हालांकि कुछ ई-रिक्शा वाले हैं जो डैंटल कॉलेज जाते हैं। लेकिन अधिकतर चालक मना कर देते हैं।
एक ई-रिक्शा चालक से पूछने कहा कि साऊथ कैंपस में जाने वाले बहुत कम बच्चे होते हैं और सैक्टर-14 कैंपस के स्टूडैंट्स ज्यादा होते हैं। इसलिए साऊथ कैंपस जाने से हर कोई परहेज करता है। कैंपस में सवारियां आसानी से मिल जाती हैं, लेकिन सैक्टर-25 कैंपस से जल्दी नहीं मिलती हैं।