Edited By Priyanka rana,Updated: 22 May, 2019 02:28 PM
11वीं में दाखिले के लिए फॉर्म भरने की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो चुकी है। वहीं शिक्षा विभाग ने बच्चों की सुविधा के लिए स्कूलों को आदेश जारी किया है
चंडीगढ़(वैभव) : 11वीं में दाखिले के लिए फॉर्म भरने की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो चुकी है। वहीं शिक्षा विभाग ने बच्चों की सुविधा के लिए स्कूलों को आदेश जारी किया है, जिसके अंतर्गत जिन बच्चों के पास क्रेडिट/डेबिट कॉर्ड नहीं है उनकी फीस स्कूल की टीचर अपने कॉर्ड से भरेंगे और बच्चों से कैश में पेमैंट लेंगे।
वहीं कई स्कूल ऐसे हैं, जहां टीचर्स बच्चों की मदद नहीं कर रहे हैं। इसका सबूत यह है कि स्कूल टीचर्स बच्चों को स्कूल में आकर अपना समय बर्बाद करने न करने की बात करके उन्हें बाहर भेज रहे हैं। टीचर्स शिक्षा विभाग के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इन टीचर्स को किसी भी आदेश की परवाह नहीं है और न ही बच्चों के भविष्य की कोई चिंता।
टीचर्स नहीं कर रहे हैं क्रेडिट कार्ड से पेमैंट :
कई स्कूलों के टीचर्स फॉर्म भरने के लिए अपने क्रेडिट कॉर्ड का प्रयोग करने से परहेज कर रहे हैं। सैक्टर-26 (टी.एम) स्थित सरकारी स्कूल में ऐसा ही देखने को मिला, जहां टीचर्स अपने कॉर्ड का प्रयोग न करके बच्चों को फॉर्म न भरकर उन्हें बाहर भेज दिया। बाहर भेजने का कारण बच्चों की ज्यादा भीड़ और टीचर्स का क्रेडिट कॉर्ड का प्रयोग करना है। बच्चे अपने नजदीक के स्कूल में जाकर फॉर्म भर सकते हैं। वहीं टीचर्स द्वारा ऐसा बर्ताव बहुत ही ज्यादा शर्मनाक है।
स्लम एरिया के बच्चों को आ रही है परेशानी :
ऑनलाइन फॉर्म भरने में सबसे ज्यादा परेशानी स्लम एरिया के बच्चों को आ रही है। वहीं मोबाइल में अगर शिक्षा विभाग की साइट ओपन कर रहे हैं तो वह ओपन नहीं हो रही है। इस वजह से छात्रों को स्कूल के चक्कर काटने पड़ रहे है और स्कूल प्रशासन बच्चों के साथ खिलवाड़ कर उन्हें बाहर भेज रहा है। स्लम एरिया के कई बच्चें ऐसे है जिनके पास मोबाइल नहीं है।
स्कूल टीचर्स की वजह से बच्चों की समस्या यही खत्म नहीं होती। बाहर कई कैफे वाले इन बच्चों से मनमर्जी की राशि वसूल रहे हैं। कैफे वाले एक फॉर्म भरने के करीब 300 से 500 रुपए ले रहे हैं। ऐसे हालात में टीचर्स का अपने क्रेडिट कॉर्ड का प्रयोग न करना बच्चों के लिए मुसीबत का सबब बन रहा है। अगर स्कूलों में टीचर्स का यहीं शर्मनाक खेल चलता रहा तो कई बच्चे होंगे, जो 11वीं में दाखिलें लेने से वंचित रह जाएंगे। वहीं इस संबंध में मीटिंग के कारण डी.ई.ओ. अनुजीत कौर ने फोन नहीं उठाया।