Edited By bhavita joshi,Updated: 03 Jun, 2019 01:57 PM
बिजली की खपत को कम करने और लोगों को सहूलियत देने के लिए भारत सरकार ने आदेश पारित किया था, जिसके अनुसार सभी सरकारी इमारतों पर सोलर सिस्टम लगाना अनिवार्य था।
चंडीगढ़(वैभव): बिजली की खपत को कम करने और लोगों को सहूलियत देने के लिए भारत सरकार ने आदेश पारित किया था, जिसके अनुसार सभी सरकारी इमारतों पर सोलर सिस्टम लगाना अनिवार्य था। लेकिन इस आदेश की शिक्षा विभाग अनदेखी कर रहा है। विभाग शहर के सभी सरकारी स्कूलों में सोलर सिस्टम लगाने में विफल साबित हुआ है।
हालांकि कुछेक स्कूलों में विभाग द्वारा सोलर सिस्टम लगाए हैं, लेकिन ज्यादातर स्कूल इससे अछूते ही हैं। सोलर सिटम लगाने का शिक्षा विभाग और प्रशासन को ही फायदा होगा, लेकिन बावजूद स्कूलों में पूरी तरह से सोलर सिस्टम इंस्टॉल नहीं किए गए हैं। सोलर सिस्टम इंस्टॉल न होने की वजह से बिजली की खपत तो ज्यादा हो रही है। इसके साथ ही पैसे की भी बर्बादी हो रही है।
सोलर सिस्टम इंस्टॉल करने के दिए थे आदेश
बता दें कि सरकार ने दो वर्ष पहले आदेश दिया था कि सभी इमारतों में सोलर सिस्टम लगे होने चाहिए। इनमें स्कूल, सरकारी बिल्डिंग्स आदि हैं। लेकिन शहर में इस आदेश को पूरी तरह से लागू नहीं किया गया है। इसके लिए सरकार की ओर से स्पैशल ग्रांट भी दी जा रही है। इसके बावजूद विभाग इस ओर कोई भी कदम नहीं उठा रहा है।
उठाना पड़ता है नुक्सान, विभाग नहीं गंभीर
शहर के सभी स्कूलों में सोलर सिस्टम न लगाने से विभाग को ही नुकसान उठाना पड़ रहा है। विभाग बिजली के बिल के रूप में लाखों रुपए का भुगतान करता है। ऐसे में अगर इन स्कूलों में सोलर सिस्टम लगे हुए तो पैसों की बचत होगी। साथ ही बिजली की खपत पर भी असर पड़ेगा। जिन स्कूलों में सोलर सिस्टम नहीं लगे, उनमें कब सोलर सिस्टम इंस्टॉल किए जाएंगे। यह किसी को नहीं पता। लेकिन यह तो साफ है कि शिक्षा विभाग सोलर सिस्टम इंस्टॉल करने के प्रति न तो गंभीरता दिखा रहा है।
कुछ ने लगाए सोलर सिस्टम
शहर के सरकारी स्कूलों को गौर से देखा जाए तो केवल इक्का-दुक्का स्कूलों में ही सोलर सिस्टम लगा दिखाई देता है। इसके अलावा बाकी सरकारी स्कूलों में सोलर सिस्टम लगाना विभाग भूल गया है। बता दें कि सैक्टर-42 स्थित स्पोर्ट्स कॉम्प्लैक्स में सबसे पहले सोलर सिस्टम लगा था।