Edited By Priyanka rana,Updated: 19 Apr, 2020 11:06 AM
कोरोना वायरस के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से 15 अप्रैल से 3 मई तक लॉकडाऊन की घोषणा के बाद ऑनलाइन रोजाना तकरीबन 35 से 40 प्रतिशत ट्रैन टिकेट कैंसल हो रही हैं।
चंडीगढ़(लल्लन) : कोरोना वायरस के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से 15 अप्रैल से 3 मई तक लॉकडाऊन की घोषणा के बाद ऑनलाइन रोजाना तकरीबन 35 से 40 प्रतिशत ट्रैन टिकेट कैंसल हो रही हैं। जानकारी के अनुसार लोगों को उम्मीद थी कि 14 अप्रैल के बाद लॉकडाऊन खुल जाएगा। इसी कारण यात्रियों की तरफ से जहां यू.पी. और बिहार जाने वाली ट्रेनें फुल थीं।
वहीं पर्यटकों की तरफ से भी पूरी तैयारी की गई थी, जिसके कारण कालका से शिमला के बीच चलने वाली सभी ट्रेन फुल थी। लेकिन लॉकडाऊन बढऩे के कारण अब लोगों की तरफ से टिकट कैंसिल की जा रही हैं। पर्यटकों को उम्मीद थी की 14 अप्रैल के बाद लॉकडाऊन खुल जाएगा। जिसको लेकर पर्यटकों की तरफ से टिकेट बुक करवा ली गई थी। आंकड़ों की बात की जाए तो कालका व शिमला के बीच 7 ट्रेनें चलती है और सभी फुल थीं। लेकिन लॉक डाऊन बढऩे के कारण लोगों की उम्मीद भी टूट गई।
200 से पार थी वेटिंग लिस्ट :
स्कूलों में बच्चों के पेपर खत्म होने के बाद विवाह, खेतीबाड़ी का कार्य करने के लोगों की तरफ से ट्रेनों की बुकिंग करवाई हुई थी। कई ट्रेनों मे वेटिंग लिस्ट तकरीबन 200 से पार पहुंच गई थी।
वहीं अधिकारियों का कहना है कि अभी तकरीबन 45 प्रतिशत बुकिंग ऑनलाइन होती है और 55 प्रतिशत आज भी लोग टिकेट काऊंटर से बुकिंग करवाते हैं। ऐसे में आंकड़ों की बात करें तो रोजाना ही करीब 40 प्रतिशत टिकटें रोजाना ऑनलाइन कैंसिल हो रही हैं। वहीं जो टिकेट यात्रियों की तरफ से रिजर्वेशन काऊंटर से टिकेट बुकिंग हुई हैं, उसकी काऊंटर खुलने के बाद रद्द होगी।
आठ कोच आइसोलेशन बने :
चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के वाशिंग यार्ड में तैयार हो रहे आइसोलेसन वॉर्ड, जो ट्रेनों के कोच में बनाया जा रहा है। इसका कार्य पूरा हो गया है। जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर 6 कोच तथा कालका में 2 कोच तैयार हो चुके हैं।