Edited By pooja verma,Updated: 27 May, 2019 07:35 PM
चंडीगढ़ प्रशासन का इलैक्ट्रिसिटी डिपार्टमैंट बिजली चोरी रोकने और अन्य फॉल्ट दूर करने के लिए शहर के डिफैक्टिव मीटर बदलने जा रहा है।
चंडीगढ़ (राजिंद्र) : चंडीगढ़ प्रशासन का इलैक्ट्रिसिटी डिपार्टमैंट बिजली चोरी रोकने और अन्य फॉल्ट दूर करने के लिए शहर के डिफैक्टिव मीटर बदलने जा रहा है। इसके लिए विभाग पहले फेज में 4500 मीटरों को बदलेगा, जिसके लिए मंगलवार को आर्डर कर दिया जाएगा। 15 दिन में विभाग को इन मीटरों की डिलीवरी मिल जाएगी, जिसके बाद ही पुराने मीटरों को बदला जाएगा। अभी फिलहाल विभाग ने जो सर्वे किया था, उसमें 6 हजार मीटर डिफैक्टिव थे।
उपभोक्ताओं से भी मांगी पुराने मीटरों की जानकारी
इलैक्ट्रिसिटी डिपार्टमैंट के सुपरिंटैंडेंटिंग इंजीनियर रंजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने पुराने मीटरों को बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और वह मंगलवार से इसके लिए आर्डर करने जा रहे हैं।
इसके लिए विभाग की ओर से उन उपभोक्ताओं से जानकारी मांगी गई है, जिनके घरों में लगे मीटर खराब हैं या फिर इनमें कोई खराबी आ गई है। इसके अलावा डिपार्टमैंट ऐसे घरों के भी मीटर बदलने का काम करेगा, जिनसे लोड के अनुसार बिल का पेमैंट नहीं हो रही।
विभाग के अनुसार कई कर्मिशयल संस्थानों का भी लोड अधिक है, जबकि वहां पर मीटर सही नहीं है। यही कारण है कि ऐसे सभी संस्थानों पर वह नए मीटर्स लगाने जा रहे हैं।
बिजली चोरी रोकने का प्रयास
बिजली चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए विभाग ये नए मीटर लगाने जा रहा है। इससे पहले भी विभाग ने शहर में बिजली की चोरी रोकने के लिए लगातार प्रयास किया, लेकिन उसमें सफल नहीं हुआ। चैकिंग के बाद मीटर बदलना ही इसका मात्र एक उपाय विभाग को बताया गया था।
नए मीटर के लिए देने पड़ेंगे 700 रुपए
नया मीटर लगने पर उपभोक्ताओं को 700 रुपए विभाग को देने होंगे। पुराने मीटरों को जमा करा लिया जाएगा। इसके अलावा विभाग शहर में स्मार्ट मीटर लगाने के प्रोजैक्ट पर भी काम कर रहा है, लेकिन उस प्रोजैक्ट में थोड़ा समय लग जाएगा, क्योंकि विभाग ने पहले चार सैक्टरों और छह गांवों में 30 हजार स्मार्ट मीटर बदलने हैं।
उसके बाद ही पूरे शहर में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। विभाग का ये एक बड़ा प्रोजैक्ट है। यही कारण है कि विभाग ने अभी फिलहाल इस समस्या से निपटने के लिए पुराने मीटरों को बदलना शुरू कर दिया है।