Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 May, 2018 01:12 PM
गर्मियों के सीजन में शहर की बिजली की डिमांड पूरी करने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ पावर ने चंडीगढ़ का पावर कोटा 10 से बढ़ाकर 14 प्रतिशत कर दिया है।
चंडीगढ़ (राजिंद्र): गर्मियों के सीजन में शहर की बिजली की डिमांड पूरी करने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ पावर ने चंडीगढ़ का पावर कोटा 10 से बढ़ाकर 14 प्रतिशत कर दिया है। इससे अब शहर को 40 मैगावाट अतिरिक्त बिजली मिलेगी। अक्तूबर तक जो बिजली कट लगते थे उससे अब लोगों को राहत मिल जाएगी।
शहर में सामान्य प्रतिदिन बिजली का लोड 150 मैगावाट है और गर्मियों में ये बढ़कर 400 मैगावाटर तक पहुंच जाता है। गर्मियों के पीक सीजन अप्रैल से अगस्त तक बिजली की डिमांड 400 मैगावाट तक पहुंच जाती है। शहर में अलग-अलग कैटेगिरी में बिजली के 2.1 लाख उपभोक्ता है, जिनमें से डोमैस्टिक कैटेगरी में 1.75 लाख उपभोक्ता आते हैं।
शहर को सैंट्रल जैनरेटिंग स्टेशनों से 260 मैगावाट बिजली मिल रही है। मिनिस्ट्री ने अनलोकेटेड कोटा 100 से बढ़ाकर 140 मैगावाट कर दिया है। इससे इस साल अक्तूबर तक शहर को कुल 400 मैगावाट बिजली मिलेगी।
गर्मियों के पीक सीजन में डिमांड अधिक होने के चलते गैप बढ़ जाता है, क्योंकि जितनी बिजली की जरूरत होती है वो उतनी उपलब्ध नहीं होती। यही कारण है कि प्रशासन रोजाना कट लगाकर इस कमी को पूरा करता है, जिससे जनता की दिक्कतें बढ़ती हैं।
प्रत्येक स्टेशन से एक साल के लिए कितनी बिजली मिलनी है, ये निर्धारित होता है। ऐसे में इस कमी को उक्त कोटे या शॉर्ट टर्म पावर परचेज से ही पूरा किया जाता है।
रैजिडैंट वैलफेयर एसोसिएशन सैक्टर-39 के प्रधान अमरदीप सिंह ने कहा कि ये अच्छा है कि आगे गर्मियों में अब कट नहीं लगेंगे, क्योंकि लोगों को काफी परेशानी पेश आती है। उन्होंने कहा कि सदर्न सैक्टरों में बिजली की अधिक दिक्कत है, क्योंकि यहां पड़ते सभी सैक्टरों में कट लगते हैं।
फिलहाल बिजली की डिमांड 350 मैगावाट
सुपरिंटैंडैंट इंजीनियर एम.पी. सिंह ने बताया कि अभी फिलहाल बिजली की डिमांड 350 मैगावाट के करीब है, जो आने वाले माह में और बढ़ेगी। अतिरिक्त 40 मैगावाट मिलने से उनकी बिजली की कमी पूरी हो गई है, इसलिए अब हमारे पास पर्याप्त बिजली है, जिससे कि शहर में कट नहीं लगेंगे।