Edited By bhavita joshi,Updated: 20 Jan, 2019 09:13 AM
एफ.आई.आर. रजिस्ट्रेशन फ्री करने के चंडीगढ़ पुलिस के दावे फेल होते जा रहे है।
चंडीगढ़(सुशील): एफ.आई.आर. रजिस्ट्रेशन फ्री करने के चंडीगढ़ पुलिस के दावे फेल होते जा रहे है। हाथ-पैर में फै्रक्चर होने के बावजूद सैक्टर-7 निवासी मामला दर्ज करवाने के लिए सैक्टर 26 थाना पुलिस के चक्कर काटकर थक चुका है। थाना पुलिस मामला दर्ज करने की बजाए घरेलू विवाद कहकर टाल मटोल करने में लगी है। सैक्टर-26 थाना पुलिस ने मामले में डी.डी.आर. दर्ज कर पल्ला झाड़ रही है। सैक्टर-7 के मकान नंबर 1915 निवासी दीपक नारंग ने बताया कि वीरवार रात पत्नी रजनी के साथ किसी बात को लेकर बहस हो गई थी।
पत्नी ने शिकायत पुलिस को दी। सैक्टर-26 थाना पुलिस उसे और उसकी पत्नी को पुलिस स्टेशन लेकर गई। थाना पुलिस ने उनका समझौता करवाकर घर वापस भेज दिया। नारंग ने आरोप लगाया कि शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे पत्नी अपने करनाल निवासी पिता सुखदेव सिंह और भाई अंबाला निवासी हैप्पी को घर पर बुलाया। वह अपने क मरे मेें सो रहा था। बेसबॉल और हॉकी लेकर आए ससुर व साले ने बेडरूम के अंदर ही हमला कर दिया। दोनों ने मिलकर उसके पैर, हाथ और सिर पर हमला कर उसे कमरे में बंद कर पत्नी को लेकर चले गए। उसने मामले की सूचना पुलिस को दी।
नारंग ने आरोप लगाया कि सैक्टर 26 थाना पुलिस ने इलाज करवाने की बजाए दो घंटे तक पुलिस स्टेशन मेें ही बैठाकर रखा। दर्द ज्यादा होने पर नारंग ने अपने दोस्त को बुलाया और अस्पताल जाकर खुद ही मेडिकल करवाया। डाक्टरों ने नारंग को बताया कि उसके राइट हाथ और पैर में फैक्चर आ गया है। उन्होंने बताया कि हमला करने वालों पर मामला दर्ज करवाने पुलिस स्टेशन पहुंचे तो पुलिस घरेलू मामला कहकर घर वापिस भेजने लगी। काफी मशक्कत करने केे बाद सैक्टर 26 थाना पुलिस ने मामले में सिर्फ डी.डी.आर. ही दर्ज की। चंडीगढ़ पुलिस ने लोगों की सुनवाई के लिए मोबाइल पुलिस स्टेशन और आई क्लीक मशीन लगा रखी है।