Edited By Priyanka rana,Updated: 26 Apr, 2019 11:06 AM
नई चक्कर में अपनी पुरानी कार बेच दी लेकिन नई कार की डिलीवरी समय पर मिलने के चलते शिकायतकर्ता को परेशानी का सामना करना पड़ा।
चंडीगढ़(राजिंद्र) : नई चक्कर में अपनी पुरानी कार बेच दी लेकिन नई कार की डिलीवरी समय पर मिलने के चलते शिकायतकर्ता को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके चलते उपभोक्ता फोरम ने ऑटोपेस नेटवर्क को सेवा में कोताही का दोषी पाया है।
फोरम ने कंपनी को निर्देश दिए हैं कि वह शिकायतकर्ता को 50 हजार रुपए मुआवजा अदा करे। साथ ही 10 हजार रुपए मुकदमा खर्च भी देने के निर्देश दिए हैं। आदेश की प्रति मिलने पर 30 दिनों के अंदर इन आदेशों की पालना करनी होगी। ये आदेश जिला उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम-2 ने जारी किए।
पुरानी कार बेच दी लेकिन नई की नहीं मिली डिलीवरी :
सैक्टर-49 ए चंडीगढ़ निवासी विकास गोगना ने फोरम में मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड, न्यू दिल्ली और ऑटोपेस नेटवर्क प्राईवेट लिमिटेड, इंडस्ट्रीयल एरिया फेज-1 चंडीगढ़ के खिलाफ शिकायत दी थी। फोरम ने ये आदेश ऑटोपेस नेटवर्क के खिलाफ ही सुनाए हैं। शिकायत में शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने 26 मई, 2018 को विटारा ब्रेजा कार ऑटोपेस नेटवर्क से बुक की। इसके लिए 11 हजार रुपए भी अदा किए।
कंपनी ने आठ सप्ताह के अंदर उन्हें कार डिलीवर करने का आश्वासन दिया, जिसके चलते शिकायतकर्ता ने कंपनी के भरोसे पर 17 जून, 2018 को अपनी पुरानी कार बेच दी लेकिन बावजूद इसके कंपनी कार की डिलीवरी के लिए उसे वेट करवाती रही और आठ सप्ताह के अंदर उसे डिलीवरी नहीं दी गई। कंपनी ने आखिकार 19 अगस्त, 2018 को उसे कार की डिलीवरी दी और इसे लेकर शिकायतकर्ता ने अपना रोष भी जाहिर किया व 10 लाख 26 हजार 715 रुपए की पेमैंट के बाद कार की डिलीवरी ले ली।
कंपनी ने कहा-कोई कोताही नहीं बरती :
शिकायतकर्ता ने कहा कि फास्ट टैग के लिए उनसे कंपनी ने टी.सी.एस. चार्जिज के रूप में 10 हजार 267 रुपए चार्ज किए लेकिन कंपनी ने उसे कार में इंस्टॉल नहीं किया। शिकायतकर्ता ने कहा कि बुक व्हीकल की समय पर डिलीवरी न मिलने के चलते उन्हें दो लाख रुपए का नुक्सान हुआ है।
इसके बाद ही कंपनी पर सेवा में कोताही का आरोप लगाते हुए उन्होंने इस संबंध में फोरम में शिकायत दी। मारुती सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने फोरम में अपना पक्ष नहीं रखा, जिसके चलते उसे एक्सपार्टी (एकतरफा) करार दिया गया। वहीं ऑटोपेस नेटवर्क ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने सेवा में कोई कोताही नहीं बरती।