Edited By ,Updated: 05 Nov, 2015 02:08 AM
पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में बंदरों का आतंक खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। बंदरों का आतंक कम करने के लिए कैंपस के विभिन्न हॉस्टल्स और विभागों को विभिन्न डिवीजन में बांटा जाएगा।
चंडीगढ़ (रश्मि): पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में बंदरों का आतंक खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। बंदरों का आतंक कम करने के लिए कैंपस के विभिन्न हॉस्टल्स और विभागों को विभिन्न डिवीजन में बांटा जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो कैंपस में बंदरों को भगाने के लिए लंगूर की आवाज निकालने वाले और कर्मचारियों को रखा भी जाएगा। कैंपस में बंदर का काफी आतंक है। पिछले माह ही बंदर के खौफ के कारण हॉस्टल में बैठी लड़की ने हॉस्टल नंबर-3 के फस्र्ट फ्लोर से छलांग लगा दी थी। हालांकि वह बच गई लेकिन उसकी टांग में रॉड डालनी पड़ी।
नहीं पहुंच रहे कर्मचारी :
जानकारी के मुताबिक पी.यू. की ओर से कैंपस में बंदरों को भगाने के लिए लंगूर की आवाज निकालने वाले 4 कर्मचारी कैंपस में रखे गथे। लेकिन इनमें से केवल एक ही कर्मचारी कैंपस पहुंच रहा है जबकि अन्य 3 नहीं आ रहे हैं। इनमें से प्रत्येक को दस हजार वेतन मिलता है। ऐसे में सभी कर्मचारियों के ड्यूटी पर न आने के कारण बंदरों के आतंक से स्टूडैंट और भी परेशान हो रहे हैं।
4 डिवीजन में बांटा जाएगा इन लोगों को :
पी.यू. में बंदरों को भगाने के लिए विभिन्न हॉस्टल्स और विभागों को 4 डिवीजन में बांटा जाएगा। इन विभागों और हॉस्टलों को लाइन में पडऩे वाले हॉस्टलों व विभाग के हिसाब से बांटा जाएगा। यानि ब्वॉयज हॉस्टल एक, दो और तीन एक लाइन में है तो यहां एक व्यक्ति की ड्यूटी लगा दी जाएगी।
सभी के पास होंगे अलग मोबाइल :
सभी लोगों को अलग-अलग ट्रैस किया जा सके इसके लिए सभी को अलग-अलग मोबाइल नंबर होना जरूरी किया जाएगा। अभी इन चार व्यक्तियों के पास एक ही मोबाइल नंबर था जिससे सभी को ट्रैस करना मुश्किल हो जाता है।