Edited By pooja verma,Updated: 19 Jun, 2019 11:50 AM
बलटाना-चंडीगढ़ सड़क पर स्थित हरमिलाप नगर रेलवे फाटक पर बनने वाले अंडरपास (आर.यू.बी.) के लिए चंडीगढ़ सहित पंजाब और रेलवे अधिकारियों की मीटिंग हुई।
जीरकपुर (गुरप्रीत): बलटाना-चंडीगढ़ सड़क पर स्थित हरमिलाप नगर रेलवे फाटक पर बनने वाले अंडरपास (आर.यू.बी.) के लिए चंडीगढ़ सहित पंजाब और रेलवे अधिकारियों की मीटिंग हुई। इसमें मौजूदा स्थिति में अंडरपास बनने की संभावनाओं को रद्द करते हुए नए नए सिरे से सर्वे करवाने का फैसला किया गया।
इस मौके एस.डी.एम. (पूर्व) अर्जुन शर्मा के अलावा चीफ इंजीनियर मुकेश आनंद, चीफ आर्कीटैक्ट कपिल सेतिया, नगर कौंसिल के ई.ओ. गरीश वर्मा, ए.टी.पी. राजेश जिंदल सहित रेलवे के अधिकारी मौजूद रहे। चंडीगढ़ के वित्त सचिव अजय सिंहा के निर्देशों पर हरमिलाप नगर के आर.यू.बी. के मामले पर मीटिंग रखी गई थी।
इस अंडरपास के लिए पहले से तैयार नक्शे के हिसाब से जब मौके की स्थिति का जायजा लिया गया तो अंडरपास बनने की संभावनाओं प्रैक्टीकल नहीं मिली। चंडीगढ़ के चीफ आर्कीटैक्ट के अनुसार अंडरपास के लिए कम से कम 20 मीटर चौड़ी जगह की जरूरत है जबकि मौके पर सिर्फ 12 से 14 मीटर जगह ही उपलब्ध है।
लोगों की जमीन को एक्वायर करने और रास्ते में बनी इमारतों को तोडऩे के मसले पर नगर कौंसिल जीरकपुर ने पहले ही हाथ खड़े कर दिए हैं। फाटक के नजदीक ही चंडीगढ़ की जमीन में अंडरपास बनाने की सहमति बनी। एस.डी.एम. (पूर्व) अर्जुन शर्मा के अनुसार इस जमीन का लैवल रेलवे लाइन से काफी नीचे है। यहां अंडरपास बनने से चंडीगढ़ या पंजाब के किसी निर्माण को नुक्सान नहीं पहुंचेगा।
अफसरों को एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के दिए आदेश
एस.डी.एम. (पूर्व) अर्जुन शर्मा ने आधिकारियों को निर्देश दिए कि एक सप्ताह के अंदर इस काम के लिए सर्वे करवा कर रिपोर्ट पेश की जाए और इसका मुख्य नक्शा तैयार कर जीरकपुर नगर कौंसिल को दिया जाए।
जिससे इस जगह पर चंडीगढ़ और पंजाब सरकार के प्रयासों के साथ अंडरपास का निर्माण आरंभ हो सके। इस मौके पर अन्यों के अलावा इस डी.ओ. शैली राज, एस.डी.ओ. वरिंदर सिंह महेन्दरू, बिल्डिंग इंस्पैक्टर लखबीर सिंह, प्रताप सिंह राणा, दीपक भाटिया, हरजीत मिंटा सहित बलटाना की अलग-अलग कालोनियों के पदाधिकारी और निवासी मौजूद थे।