Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 May, 2018 09:26 AM
कर्नाटक में जो भी हुआ, वह बहुत अफसोसजनक है।
चंडीगढ़(राजिंद्र) : कर्नाटक में जो भी हुआ, वह बहुत अफसोसजनक है। यह देश के लिए अच्छे दिन नहीं, क्योंकि भाजपा सरकार बनाने के लिए खरीद-फरोख्त में जुट गई थी। यह बात भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने चंडीगढ़ में कही। वह रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन के सैक्टर-9 स्थित आवास पर उनके समर्थकों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अगर इसे ही अच्छे दिन कहा जाता है तो जनता को ऐसे दिनों की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी इनकी जगह होते तो वह यही कहते कि विधायकों की खरीद-फरोख्त की जगह विपक्ष में बैठना बेहतर है। पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन ने भी उन्हें सपोर्ट करते हुए कहा कि पिछले चार वर्षों से मौजूदा सरकार लोगों को बेवकूफ बनाने में लगी है।
कर्नाटक चुनाव पर उन्होंने कहा कि क्या यही अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी की पार्टी है? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जो इस समय पूरी पार्टी चला रहे हैं, वह पार्टी की नीतियों के उलट काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस समय देश में भय का माहौल चल रहा है, क्योंकि लोकतंत्र खतरे में है।
उन्होंने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वर्ष 2019 चुनाव में जो लोग अपना फैसला सुनाएंगे, वे यह देखकर ही वोट देंगे कि मौजूदा सरकार ने क्या काम किया है। पूर्व पार्टियों की सरकारों ने क्या काम किया, वह इस पर ध्यान नहीं देंगे। ये देखना दिलचस्प है कि आने वाले 10 से 15 माह में क्या बदलाव देखने को मिलते हैं।
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना पर उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत गरीब लोगों को कोई लाभ नहीं दिया गया, जबकि सिर्फ एक व्यक्ति (मोदी) की स्माइलिंग फोटों के साथ बड़े-बड़े बैनर पेट्रोल पंपों पर चिपका दिए गए। जब उनसे किसी वर्कर ने पूछा कि वह पीएम मोदी का सीधा नाम क्यों नहीं ले रहे हैं, तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि किसी ने उन्हें कहा था कि दुष्ट इंसान का नाम लेने से उसकी ताकत और बढ़ जाती है।
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को नहीं करूंगा सपोर्ट : धवन
पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन ने कहा कि चुनाव से पहले भाजपा ने लोगों से 60 वायदे किए थे, लेकिन चुनाव के बाद इसमें से एक भी पूरा नहीं किया है। यही वजह है कि वह वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा को सपोर्ट नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि मेरी पहचान भाजपा से नहीं, बल्कि आज तक शहरवासियों के लिए उन्होंने जो काम किए हैं, उससे है। उन्होंने कहा कि राजनीति में उन्होंने यही सीखा है कि जब सत्ता में हो तो कलम की ताकत चलाकर लोगों के काम करवाने है। वहीं जब विपक्ष में हो तो संघर्ष करके लोगों के काम करवाने होते हैं।
यही कारण है कि अपने 40 साल के राजनीति करियर में वह 10 बार जेल जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सांसद किरण खेर के लिए उन्होंने घर-घर जाकर लोगों से वोट मांगे थे कि लोगों के काम करवाएगी, लेकिन अब लोगों के काम न होने के चलते वह उनके पास आते हैं। उन्होंने कहा कि अगर सच कहना बगावत है तो वह बागी ही ठीक हैं।