Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Apr, 2018 12:31 PM
पिछले साल डेंगू के मरीजों की तादाद पंजाब में सबसे ज्यादा मोहाली में थी।
मोहाली(राणा) : पिछले साल डेंगू के मरीजों की तादाद पंजाब में सबसे ज्यादा मोहाली में थी। हाईकोर्ट भी मोहाली प्रशासन को इस संबधी फटकार लगा चुका था। जिसके बाद इस साल नगर निगम की टीम ने कमर पूरी तरह कस ली है पिछले साल की तरह इस बार भी उन्हें हाईकोर्ट की फटकार न सहनी पड़े।
जिसके चलते उनकी ओर से सर्वे का काम भी शुरू कर दिया गया है। साथ ही पिछले साल यूज होने वाली दवा भी चेंज की गई है ताकि डेंगू के लारवा को खत्म किया जा सके जिसके चलते कंपनियों से डेंगू की दवाई संबंधी टैंडर भी मांगे गए हैं। कुछ कपंनियों के टैंडर निगम के पास आए भी वो कंपनियां पंजाब की हैं।
जिले में सबसे अधिक डेंगू के मरीज मोहाली में :
पिछले साल सबसे ज्यादा डेंगू के मरीजों का आकंडा सबसे अधिक नयागांव का था लेकिन डेढ माह के भीतर ही आकंडा ऐसा बदला कि नयागांव में मरीजों की तागात घटनी शुरू हो गई और मोहाली में बढऩे लगी। जीरकपुर, नयागांव, खरड, बनूड, कुराली, डेराबसी, लालडू, ग्रामीण इलाके इन सबसे ज्यादा मोहाली मे मरीजों की संख्या ज्यादा थी।
हर साल 14 हजार लीटर खरीदी जाती है दवा :
निगम के अधिकारियों के मुताबिक उनकी ओर से हर साल 14 हजार लीटर दवा खरीदी जाती है। जिसकी 27 रुपए लीटर के हिसाब से कीमत होती है इस बार पूरे पंजाब में एक जगह से दवा खरीदने का प्रोपोजल है।
जिसके चलते पूरे पंजाब में संबधित विभागों को निर्देश जारी किए गए है कि वह अपने तौर पर अलग-अलग कंपनियों से टैंडर जमा करवाओ जिसके बाद वह उन टैंडर को संबधित अधिकारी को भेज दिया जाएगा। जहां पर पूरे पंजाब के सभी प्रशासन विभागों में जमा किए टैंडर जमा करवाएं जाएंगे। उसके बाद जिसकी कीमत व दवा सही होगी उसे कंपनी को टैंडर अलाट कर दिया जाएगा। और वहीं कंपनी पूरे पंजाब में डेंगू की दवा की सप्लाई करेगी।
ये बरतें सावधानी :
1. अगर घरों में कुल्लर का इस्तेमाल किया जा रहा है तो 1 हफ्ते के बाद कुल्लर का पानी जरूर बदलें।
2. डेंगू का मच्छर साफ पानी में पैदा होता है।
3. घरों में रखें गमलों में पानी न जमा होने दें।
4. पक्षियों के लिए रखे मिटटी के बरतन का पानी भी जरूर बदलें।