Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 06:22 PM
सतलोक आश्रम प्रमुख रामपाल ने हरियाणा सरकार की ओर से श्रीमद् भागवत गीता को प्रमोट करने के लिए कुरुक्षेत्र में गीता जयंती महोत्सव के आयोजन के तहत किए जा रहे करोड़ों रुपये खर्च पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका के जरिए चुनौती पर सुनवाई 22...
चंडीगढ़ : सतलोक आश्रम प्रमुख रामपाल ने हरियाणा सरकार की ओर से श्रीमद् भागवत गीता को प्रमोट करने के लिए कुरुक्षेत्र में गीता जयंती महोत्सव के आयोजन के तहत किए जा रहे करोड़ों रुपये खर्च पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका के जरिए चुनौती पर सुनवाई 22 जनवरी के लिए सुनवाई स्थगित कर दी गई।
जनहित याचिका में रामपाल ने कहा है कि भारत एक धर्मनिर्पेक्ष देश है। ऐसे में एक धर्म विशेष की पुस्तक को प्रमोट करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किया जाना सीधे तौर पर गलत है। यह देश की धर्मनिर्पेक्षता पर सवालिया निशान खड़ा करता है। याचिका में कहा गया कि सरकार गीता महोत्सव का आयोजन कर रही है। इसके लिए 95 करोड़ रुपए खर्च करने का फैसला लिया गया है। यह राशि बिना किसी टैंडर और सूचना के एक व्यक्ति को काम की जिम्मेदारी दे दी गई। यह पूरी तरह से गलत है।