Edited By pooja verma,Updated: 28 Jun, 2019 09:20 AM
स्वयंसेवी संगठन राहत के हैड कमलजीत सोई ने कहा है कि पंजाब में 80 लाख पुराने वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
चंडीगढ़ (राजिंद्र): स्वयंसेवी संगठन राहत के हैड कमलजीत सोई ने कहा है कि पंजाब में 80 लाख पुराने वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। फर्जी नंबर प्लेट की आड़ में ही अधिकतम अपराधिक गतिविधियां हो रही है। यहां तक कि हाल ही में कई आतंकी हमले हुए हैं, उनमें भी फर्जी नंबर प्लेट वाले वाहनों का इस्तेमाल किया गया।
यही कारण है कि फर्जी प्लेट होने के चलते अपराधिक गतिविधियों को सुझलाना भी मुश्किल हो रहा है। अधिकतर सड़क हादसों में भी ऐसा हो रहा है। वह वीरवार को चंडीगढ़ क्लब में प्रैस कॉन्फ्रैंस को संबोधित कर रहे थे।
वैंडर कंपनी को तुरंत जारी करें निर्देश : कमलजीत ने पंजाब सरकार से वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्टे्रशन प्लेट (एच.एस.आर.पी.) को लगाने की प्रक्रिया की तेजी से शुरू करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पंजाब में एच.एस.आर.पी. प्रोजैक्ट वर्ष 2012 में शुरू किया गया था, लेकिन बाद में वैंडर कंपनी व पंजाब स्टेट ट्रांसपोर्ट डिपार्टमैंट के बीच में कानूनी विवाद शुरू होने के कारण यह प्रोजैक्ट वर्ष 2015 में बंद हो गया।
उन्होंने पंजाब सरकार से आग्रह किया कि वे वैंडर कंपनी को तुरंत यह निर्देश जारी किए जाने चाहिए कि वह अपना काम तेजी से करें। उन्होंने कहा है कि पंजाब में एच.एस.आर.पी. को लगाना इसलिए जरूरी है, क्योंकि इसकी सीमाएं पड़ोसी देश के साथ मिलती हैं और इस प्रदेश ने पिछले दिनों में कई आतंकवादी गतिविधियों को भी देखा गया है।
80 लाख से ज्यादा पुराने वाहनों पर नहीं लगी एच.एस.आर.पी.
आई.एन.डी. के नाम से शुरू होने वाली इन रजिस्ट्रेशन प्लेटों से नकली नंबरों वाली गाडिय़ों पर लगाम लग सकेगी। क्रोमियम आधारित होलोग्राम किसी भी तरह की रजिस्टे्रशन प्लेटों की नकल को रोकने में समक्ष हैं।
रजिस्ट्रेशन प्लेट के आगे व पीछे के हिस्सों में अनोखी अल्फ न्यूमेरिकल लेजर आइडैंटिफिकेशन नंबर होता है, जो आटोमैटिक तरीके से वाहन सॉफ्टवेयर के सैंट्रल डाटाबेस के साथ रजिस्टर्ड हो जाता है। एच.एस.आर.पी. वाहनों की चोरियों को भी रोकने में मदद करता है।
इसके अलावा नशे का कारोबार, तस्करी व चोरी को भी रोकने में यह मदद करता है। उन्होंने कहा है कि इस स्कीम के तहत पंजाब में हर नए वाहन के लिए एच.एस.आर.पी. लगाना जरूरी है और यदि कोई ऐसा नहीं करता है, तो उसे रजिस्ट्रेशन सर्टीफिकेट जारी नहीं हो सकती है।
एन.जी.ओ. के अनुसार पंजाब में 80 लाख से ज्यादा ऐसे पुराने वाहन सड़कों पर चल रहे हैं, जिन्होंने एच.एस.आर.पी. को नहीं लगवाया है। उन्होंने कहा कि नये वाहनों पर तो हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लग रही है लेकिन अभी तक पुराने वाहनों के लिए प्रशासन गंभीरता नहीं दिखा रहा है।